1000 करोड़ की जमीन का मामला: अवनीश दीक्षित के चार साथी गिरफ्तार; आरोपियों पर था 50 हजार रुपये का इनाम
28 जुलाई को कोतवाली थानाक्षेत्र में सिविल लाइंस स्थित मैरी एंड मैरीमैन कंपाउंड की 1000 करोड़ों की जमीन पर कब्जा करने के प्रयास में लेखपाल विपिन कुमार और सैमुएल गुरुदेव सिंह ने दो एफआईआर कोतवाली थाने में दर्ज कराई थी।
सिविल लाइंस में स्थित मैरी एंड मैरीमैन कंपाउंड की करोड़ों की जमीन पर कब्जा करने के प्रयास में जेल भेजे गए प्रेसक्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित के चार फरार 50-50 हजार के इनामियों को क्राइम ब्रांच को कोतवाली पुलिस ने मिलकर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार घटना के बाद से चारों फरार चल रहे थे। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है, इसके बाद न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।
28 जुलाई को कोतवाली थानाक्षेत्र में सिविल लाइंस स्थित मैरी एंड मैरीमैन कंपाउंड की 1000 करोड़ों की जमीन पर कब्जा करने के प्रयास में लेखपाल विपिन कुमार और सैमुएल गुरुदेव सिंह ने दो एफआईआर कोतवाली थाने में दर्ज कराई थी।
एफआईआर में दर्ज कराया था कि प्रेसक्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित ने साथी हरेंद्र मसीह, जितेश झा, राहुल वर्मा, अब्बास, विक्की चार्ल्स, मोहित बाजपेई, नौरिस एरियल, कमला एरियल, अभिषेक एरियल, अपर्ण एरियल, संदीप शुक्ला व 20-25 अज्ञात ने गार्ड संजय को बंधक बनाकर गेट पर अपना ताला डाल दिया था।
उन लोगों से भी अभद्रता की। इस मामले में उन लोगों ने इसकी शिकायत मिशनरी के अफसरों से की तो विदेशों तक से राजधानी में फोन घनघनाने लगे थे। इस पर कमिश्नरेट पुलिस और जिला प्रशासन ने आगे आते हुए कार्रवाई की थी। इस मामले में एफआईआर दर्ज होते हुए अवनीश दीक्षित को परेड स्थित क्रिस्टल पार्किंग से गिरफ्तार कर लिया गया था।
इस गंभीर मामले में पुलिस अब तक अवनीश दीक्षित, राहुल वर्मा, विक्की चार्ल्स, संदीप शुक्ला को जेल भेज चुकी है। मामले में लगातार क्राइम ब्रांच और पुलिस की अलग-अलग टीमें अन्य फरार आरोपियों की तलाश में कानपुर समेत कई शहरों में छापेमारी कर रही थी। कोतवाली इंस्पेक्टर संतोष शुक्ला ने बताया कि जमीन पर कब्जा करने के मामले में फरार 9 आरोपियों पर 50-50 हजार का इनाम रखा गया था।
जिनमें से 4 आरोपी अर्पण एरियल, नौरिस एरियल, अभिषेक उर्फ सोनू एरियल, कमला एरियल निवासी निवासी मैडाडिस्ट चर्च को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है, जल्द न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि चारों आरोपियों के पास में से 2 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
कथित पत्रकार ने गिरफ्तारी कराने में की मदद
पुलिस के भरोसेमंद सूत्रों ने बताया कि शहर के एक कथित पत्रकार ने चारों आरोपियों की लोकेशन लखनऊ बताई थी। जिस पर पुलिस ने शुक्रवार शाम को ही चारों को गिरफ्तार कर लिया था। जिसका खुलासा शनिवार को किया गया। सूत्रों ने बताया कि उसी की सूचना पर पुलिस की टीमें फरार हरेंद्र मसीह और जितेश झा की गिरफ्तारी करने के लिए लगी हुई हैं। सूत्र बताते हैं, टीमों को जल्द सफलता मिलने की पूरी उम्मीद है।