पत्रकार राजीव शर्मा ‘चंचल’ हुए पंचतत्व में विलीन

पत्रकारिता के क्षेत्र में जीवन मूल्यों के लिए संघर्ष कर एक पत्रकार के रूप में अपना दायित्व निभाने वाले पत्रकार राजीव शर्मा ‘चंचल’ का कल आकस्मिक निधन हो गया.उनके निधन की खबर आने से पत्रकारिता जगत ही नहीं हर वर्ग में शोक छा गया. 54 वर्षीय शर्मा का जीवन संघर्षो से भरा रहा लेकिन, उन्होंने सफलता का कोई शार्टकट तरीका नहीं सोचा. वे पत्रकारिता के लिए पूर्णत: समर्पित हो गये थे.

शर्मा का हर प्रकार के लेखन पर अधिकार था. लेकिन प्रकृति, धर्म, साहित्य तथा संस्कृति से जुड़े विषय पर गहरी रूचि थी. वे मूल्य परख पत्रकारिता के लिये जाने जाते थे. उनका उप नाम चंचल था लेकिन वास्तविकता में वे चंचलता से कोसों दूर एक गम्भीर व्यक्तित्व के धनी थे. जीवन के संघर्षो का मुकाबला करने में वे कभी निराशावादी नहीं हुए. वे हर हाल में हँसते, मुस्कराते रहते थे.

अपने गम को कभी सामान्य चर्चा में नहीं लाते थे. पत्रकारिता के वर्तमान स्वरूप को लेकर वे चिंतित और दुखी नजर आते थे. वे सभी से कुछ समय में ही घुल मिल जाते थे. उनका लेखन काफी सधा हुआ और जन भावनाओं के करीब होता था. शर्मा के जाने से पत्रकारिता जगत में एक धुंध सी छा गई है. सभी साथी स्तब्ध है. उनके निधन पर जिला प्रेस क्लब सहित विभिन्न पत्रकार संगठनो ने गहरा दुःख व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा के प्रति अश्रुपूरित श्रधांजलि अर्पित की है. उनकी अंत्येष्टि आज नरसिंहगढ़ में की गई.

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