‘कोई गॉड नहीं’: AltNews का सह-संस्थापक प्रतीक सिन्हा अपने साथी मोहम्मद ज़ुबैर के ही फॉलोवर्स से ही सुन रहा गाली, सब कह रहे – सिर्फ अल्लाह ही है गॉड

प्रतीक सिन्हा ने हमास के प्रोपेगेंडा को ही आगे बढ़ाने की कोशिश में लिखा था ‘There is No God’, और उसके साथ अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति के बारे में भी लिखा था, लेकिन ‘नो गॉड’ के बाद शायद जुबैर की गैंग के साथियों को कुछ दिखा ही नहीं। वो बस टूट पड़े। मोहम्मद जुबैर के अनुयायियों ने उन पर गलत सूचना देने का आरोप लगाया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया। मामला बुधवार (18 अक्टूबर, 2023) को उस समय शुरू हुआ, जब प्रतीक सिन्हा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में दावा किया कि ‘कोई भगवान नहीं है’।

प्रतीक सिन्हा, मोहम्मद ज़ुबैर, AltNews‘ऑल्टन्यूज’ नाम की एक लेफ्टिस्ट-इस्लामी फेकन्यूज वेबसाइट है, जिसका काम है प्रोपेगंडा का प्रसार करना। इसके दो मुख्य सह-संस्थापकों के नाम प्रतीक सिन्हा और मोहम्मद जुबैर हैं। ये खुद को फैक्ट चेकर बताते हैं, इसमें से प्रतीक का दावा है कि वो नास्तिक है, वहीं जुबैर नाम का शातिर प्रोपेगेंडाबाज कई बार इस्लामी फेक न्यूज फैलाता पकड़ा गया है। इस बीच, प्रतीक सिन्हा ने एक्स पर ‘कोई गॉड नहीं’ लिखा, तो जुबैर की गैंग के लोगों ने उसे इस्लाम का पाठ पढ़ा डाला और बताया कि ‘तू नास्तिकों जैसी बातें मत फैला, अल्लाह ही इकलौता ‘गॉड’ है, तू भी इस बात को समझ जाएगा’।

दरअसल, प्रतीक सिन्हा ने हमास के प्रोपेगेंडा को ही आगे बढ़ाने की कोशिश में लिखा था ‘There is No God’, और उसके साथ अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति के बारे में भी लिखा था, लेकिन ‘नो गॉड’ के बाद शायद जुबैर की गैंग के साथियों को कुछ दिखा ही नहीं। वो बस टूट पड़े। मोहम्मद जुबैर के अनुयायियों ने उन पर गलत सूचना देने का आरोप लगाया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया। मामला बुधवार (18 अक्टूबर, 2023) को उस समय शुरू हुआ, जब प्रतीक सिन्हा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में दावा किया कि ‘कोई भगवान नहीं है’।

प्रतीक सिन्हा का दावा कर गया बैकफायर

प्रतीक सिन्हा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, “रिमाइंडर: कोई गॉड नहीं है। धर्म एक बनाई गई चीज़ है। इंसान दूसरे इंसानों पर कितना अत्याचार कर रहा है, इसका हिसाब-किताब रखने वाला कोई नहीं है। कौन अच्छा है और कौन बुरा, इसका हिसाब-किताब कोई नहीं रख रहा। अमेरिका के राष्ट्रपति, जिन्होंने ऐतिहासिक रूप से दुनिया भर में निर्दोष नागरिकों की सबसे अधिक हत्याएँ की हैं, बहुत लंबा जीवन जीते हैं। डब्लूएमडी (Weapons of Mass Destruction) का इतिहास गढ़ने वाले वाले जॉर्ज बुश की उम्र 77 साल है और वो हजारों लोगों को मारने का आदेश देने के बावजूद एकदम स्वस्थ और मस्त जिंदगी जी रहे हैं।”

प्रतीक सिन्हा के एक्स पोस्ट का स्क्रीनशॉट

प्रतीक सिन्हा के इस पोस्ट के बाद इस्लामी प्रोपेगेंडावादी और फेक न्यूज की फैक्ट्री मोहम्मद जुबैर के साथी उस पर टूट पड़े। एक एक्स यूजर मुकर्रम ने लिखा कि प्रतीक सिन्हा फैक्ट-चेकिंग के नाम पर नास्तिकता फैला रहा है। इन सभी ट्विटर हैंडल्स की खास बात ये है या तो ये जुबैर को फॉलो करते हैं, या फिर जुबैर भी इन्हें फॉलो करता है।

जुबैर पर नास्तिकता फैलाने के आरोप

अजहर मलिक ने तो सीधे-सीधे प्रतीक सिन्हा के पेट पर ही लात मारने की अपील कर दी। खास बात ये है कि जब-जब हिंदुओं के खिलाफ जुबैर काम करता है, और इस्लामी प्रोपेगेंडा फैलाता है, तब-तब ‘ऑल्टन्यूज’ को मिलने वाला डोनेशन कई गुना बढ़ जाता है।

डोनेशन रोकने की अपील करता अजहर मलिक

‘एक्स’ यूजर scapereality47 ने सवाल किया कि क्या प्रतीक सिन्हा सोशल मीडिया पर गाली खाने के मूड में है?

एक अन्य एक्स यूजर सरफराज अहमद ने लिखा, “यह आपकी राय है, लेकिन हम सिर्फ एक ही ‘गॉड’ को मानते हैं। मुझे लगता है कि जब आप चंगेज़ खान आदि की क्रूरता का इतिहास पढ़ेंगे तो आप भी इसे स्वीकार कर लेंगे। एक समय दुनिया में उसका खौफ था, लेकिन अब क्या? कोई नहीं जानता कि उसकी कब्र कहाँ है, इसलिए हर क्रूर व्यक्ति बाद में भुला दिया जाएगा।” सरफराज जुबैर के साथ ही असदुद्दीन ओवैसी का भी फॉलोवर है।

सरफराज के ट्वीट का स्क्रीनशॉट

‘अल्लाह के फरिश्ते रखते हैं सारा हिसाब-किताब, जुबैर से करो संपर्क’

एक अन्य एक्स यूजर अबू मोइन ने कहा , “रिमाइंडर: अल्लाह एक है और इकलौता बनाने वाला और पालने वाला है। इस्लाम को छोड़कर सभी धर्म मानव निर्मित हैं, जिसे अल्लाह के दूत ने बनाया। अल्लाह के बंदे (फ़रिश्ते) हैं जो हर काम का हिसाब रखते हैं।” इस मामले में उसने आगे लिखा कि इंसानी व्यवस्था बुश, नेतन्याहू और मैक्रौं को दंड देने में अक्षम है, इसीलिए मानवता को न्याय दिलाने के लिए ही इस्लाम की जरूरत है। इस बारे में और ज्यादा जानकारी चाहिए, तो अपने साथी और हमारे भाई जुबैर से संपर्क कर लो।

जुबैर से संपर्क करने की सलाह देता अनु मोईन

बता दें कि मोहम्मद जुबैर कई बार न सिर्फ फेक न्यूज फैलाता पकड़ा गया है, बल्कि वो इस्लामी प्रोपेगेंडा को भी आगे बढ़ाता देखा जा चुका है। वो फैक्ट चेक की आड़ में कई लोगों की ‘ऑनलाइन लिंचिंग’ भी करा चुके हैं, जिसमें नुपूर शर्मा भी एक हैं। नूपुर शर्मा के खिलाफ उसने एडिटेड वीडियो शेयर किया था, जिसके बाद कन्हैया लाल और उमेश कोल्हे हत्याकांड हुआ। वहीं, अलीगढ़ के मामले में जब जुबैर पर केस दर्ज हुआ, तो प्रतीक सिन्हा उसके बचाव में उतर आया था। प्रतीक ने सोशल मीडिया पर ऐलान किया था कि ऑल्टन्यूज़ जुबैर के साथ खड़ा है।

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