नजूल की जमीन पर कब्जे का मामला : 50 हजार के इनामी संदीप शुक्ला को पुलिस ने किया गिरफ्तार

संदीप ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसे जमीन के बारे में वकील से पता चला था। वह टिम्बर का काम करता है मगर रियल स्टेट में इतनी बड़ी जमीन देखकर वह लालच में फंस गया। उसने मैरी एंड मेरीमैन स्कूल कम्पाउंड के लोगों से सम्पर्क किया तो पता चला कि हरेन्द्र मसीह इसका सर्वे सर्वा है।

मैरी एंड मेरीमैन स्कूल कम्पाउंड सिविल लाइंस पर नजूल की जमीन पर कब्जा करने के प्रयास में शामिल 50 हजार के इनामी संदीप शुक्ला को कोतवाली पुलिस ने बुधवार देर रात कचहरी के पास से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने उसे गुरुवार को कोर्ट के सामने पेश करेगी।

28 जुलाई 2024 को मैरी एंड मेरीमैन स्कूल कम्पाउंड में कब्जे के प्रयास में पुलिस ने लेखपाल विपिन कुमार और सैमुएल गुरुदेव सिंह की तहरीर पर दो मुकदमें दर्ज किए थे। दोनों मुकदमों में जूही परमपुरवा निवासी संदीप शुक्ला वांछित चल रहा था।

इंस्पेक्टर कोतवाली संतोष कुमार शुक्ला और उनकी टीम को संदीप शुक्ला के बुधवार देर रात को कचहरी में होने की सूचना मिली। टीमों ने कचहरी के पास दबिश दी और संदीप शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह कचहरी में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी तैयार कराने आया था।

संदीप ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसे जमीन के बारे में वकील से पता चला था। वह टिम्बर का काम करता है मगर रियल स्टेट में इतनी बड़ी जमीन देखकर वह लालच में फंस गया। उसने मैरी एंड मेरीमैन स्कूल कम्पाउंड के लोगों से सम्पर्क किया तो पता चला कि हरेन्द्र मसीह इसका सर्वे सर्वा है।

उसके बाद मास्टर माइंड वकील, जितेश झा, संदीप शुक्ला समेत तीन अन्य लोग झांसी में हरेन्द्र मसीह से मिलने पहुंचे थे। संदीप ने पुलिस को यह भी बताया कि उसने कम्पनी 6.15 लाख रुपये का निवेश किया था।

पत्रकार आशीष अवस्थी समेत दो इस मामले में गिरफ्तार…

नौबस्ता थानाक्षेत्र में प्रापर्टी डीलर से वसूली करने वाले पत्रकार आशीष अवस्थी समेत दो को नौबस्ता पुलिस ने बुधवार रात गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस इस मामले में आरोपियों की तलाश कर रही थी। मंगलवार को आशीष अवस्थी के व्हाट्सप अकाउंट से एक पोस्ट भी वायरल हुआ। जिसमें उसने खुद को पुलिस कमिश्नर बंगले के बाहर खड़ा होने की बात कही। नौबस्ता पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ ही उनसे पूछताछ शुरू की है।

26 अगस्त को पी ब्लॉक यशोदानगर निवासी प्रापर्टी डीलर गौरव पांडेय ने पत्रकार आशीष अवस्थी, प्रदीप राठौर, शोभित सिंह, विक्रांत सिंह व दो अन्य के खिलाफ वसूली की धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई थी। गौरव का आरोप था कि आरोपियों ने उन्हें धमकी दी थी कि इस दौरान कई मकान बेचे हैं और उसमें हिस्सा चाहिए। आरोप था कि दस हजार रुपये प्रति माह की मांग की गई थी।

18 मई 2024 को आरोपियों ने 5 हजार और 27 मई 2024 को 3500 रुपये वसूल लिए थे। एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस टीम लगातार आरोपितों की तलाश कर रही थी। आशीष अवस्थी ने पुलिस कमिश्नर के नाम एक पत्र मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। जिसमें उसने खुद पर लिखाए गए मुकदमों की सफाई दी और पत्रकारों के परिवारों के उत्पीड़न होने का विरोध किया।

इसके बाद गुरुवार को उसने अपने व्हाट्सएप अकाउंट से एक मैसेज वायरल किया। जिसमें उसने लिखा मैं पुलिस कमिश्नर बंगले के बाहर खड़ा हूं, आकर गिरफ्तारी कर लो। उसने यहां तक आत्महत्या की भी धमकी दी थी। हालांकि, अमृत विचार डॉट कॉम वायरल पत्र और मैसेज की पुष्टि नहीं करता है।

हिस्ट्रीशीटर मनोज यादव की मांगी गई पीसीआर, Avanish Dixit के खास गुर्गे से पूछे जाएंगे ये सवाल…

जेल में बंद प्रेसक्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित के खास गुर्गे हिस्ट्रीशीटर मनोज यादव वसूली, हत्या का प्रयास आदि मामलों में जेल भेजा गया था। शातिर से जानकारियां निकलवाने के लिए कोर्ट में पुलिस ने 10 दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड मांगी है। पुलिस ने इसके लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल कर दी है।

मनोज यादव की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर होने के बाद पुलिस उसे जेल से बाहर लाकर पूछताछ कर अवनीश और उसके गुर्गों के बारे में और जानकारी प्राप्त करेगी। मनोज यादव से कई अहम राज जानने का प्रयास करेगी। मनोज यादव के खिलाफ अब तक पुलिस चार अपराधिक मामले दर्ज कर चुके हैं।

बादशाहीनाका थाने में शशी सैनी की ओर से दर्ज कराई गई हत्या के प्रयास के रिपोर्ट में पुलिस ने कोर्ट से पुलिस कस्टडी रिमांड मांगी है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि 28 जुलाई की रात कोतवाली पुलिस ने अवनीश दीक्षित को क्रिस्टल पार्किंग से गिरफ्तार किया था। उस दौरान आरोपी मनोज यादव भी उसके साथ वहां मौजूद था।

इसके बाद जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि क्रिस्टल पार्किंग में आरोपी अवनीश के साथ मिलकर वसूली कर रहा था और 400 वाहनों का एक साल का किराया आरोपी पहले ही वसूल चुके हैं।

मनोज की रिमांड मिलती है, तो पुलिस को कई चौंकाने वाले खुलासे होंगे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि उसका शहर के अपराधियों, एटीएम हैकरों, सट्टेबाजों और अन्य अपराध में लिप्त लोगों से अच्छे संबंध हैं। जिसका प्रमाण पुलिस को सोशल मीडिया में वायरल हो रही फोटो से मिल रहा है। पुलिस उससे कई गहरे राज उगलवा सकती है।

तैयार किए गए मनोज यादव के लिए सवाल 

अवनीश की तरह ही पुलिस ने मनोज यादव के लिए भी वर्तमान में 100 सवालों की सूची तैयार कर ली है। जिसमें अवनीश और उसके गुर्गों की जुड़ी जानकारी, क्रिस्टल पार्किंग में वसूली का खेल, अवनीश के मोबाइल और डीवीआर के बारे में जानकारी, वसूली के दूसरे मामलों में भी पुलिस पूछताछ करेगी। इसके अलावा मनोज यादव ने अवनीश के साथ मिलकर जो-जो घटनाएं की हैं उसे लेकर भी पूछताछ होगी।

पुलिस की पूछताछ में बिगड़ी एक आरोपी की हालत 

इन दिनों शहर में अफवाहों का बाजार गर्म है। बुधवार को नौबस्ता के एक मामले में वांछित आशीष अवस्थी की गिरफ्तारी की अफवाह भी शहर में फैल गई। हालांकि देर रात अधिकारियों ने गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की। वहीं कमलेश फाइटर की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।

कमलेश के एक करीबी को पुलिस ने उठाकर कर्नलगंज थाने में पूछताछ शुरू की तो उसकी तबीयत बिगड़ गई। एडिशनल सीपी कानून व्यवस्था हरीश चंदर ने बताया कि पूछताछ के दौरान तबीयत बिगड़ गई थी। इसी दौरान पुलिस ने परिजनों को जानकारी देकर उनके सुपुर्द कर दिया। उसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। मेडिकल के दौरान कोई जाहिरा चोट नहीं मिली है।

सभी मामलों के आरोपियों की तलाश में छापेमारी

डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि सभी मामलों में नामजद लोगों की तलाश में पुलिस की अलग-अलग टीमें लगाई गई है। सभी की तलाश में छापेमारी की जा रही है, जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की जाएगी। सर्विलांस टीम भी सारे फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है।

कमलेश फाइटर व उसके साथियों पर एक और FIR दर्ज, पुलिस बोली- जल्द करेंगे गिरफ्तार, जानिए पूरा मामला

रावतपुर थानाक्षेत्र में वसूली और धमकी के मामले में फरार कमलेश फाइटर पर एक और एफआईआर दर्ज की गई है। रावतपुर गांव निवासी विवेक चौधरी ने कमलेश फाइटर और उसके पांच अन्य साथियों पर एक लाख रुपये रंगदारी न देने पर धमकी देने का आरोप लगाते हुए रावतपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

इससे पहले कमलेश पर तीन एफआईआर अलग-अलग थानों में दर्ज की चुकी हैं। विवेक चौधरी ने बताया कि पिछले साल उन्होंने काकादेव पुरानी बस्ती निवासी परिचित अशोक दिवाकर को इलाके के रहने वाले अवधेश से एक प्लॉट दिलवाया था। आरोप लगाया कि जानकारी के बाद खुद को पत्रकार बताने वाले कमलेश फाइटर और उसके गुर्गे जाकिर अंसारी, गौरव कुमार, विनीत दीक्षित और मनीष शुक्ला ने उनसे प्लॉट पर निर्माण के बदले एक लाख रुपये मांगे।

आरोपियों की धमकी से डरकर विवेक ने 30 हजार रुपये दे दिए। 13 अगस्त को आरोपियों ने रवेल पैलेस तिराहा के पास उन्हें रोककर बकाया रुपये की मांग की। कई बार फोन पर भी धमकाया। इसकी वीडियो और कॉल रिकार्डिंग भी मौजूद है। इस संबंध में एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडेय ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

फरार आरोपी की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश

फरार चल रहे कमलेश फाइटर की तलाश में शहर और आसपास के जिलों में दबिश दी जा रही है। हाल में उसकी लोकेशन उन्नाव में मिली थी। पुलिस के पहुंचने से पहले आरोपी फरार हो गया। नजीराबाद थाना प्रभारी अमान सिंह ने बताया कि उसकी लोकेशन ट्रेस की जा रही है, जल्द उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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