कृषि प्रधान देश का हाल- राहुल गांधी फैक्ट्री से आलू पैदा किए तो अभिसार शर्मा अब धान से गेहूं

नई दिल्ली। कितनी विडंबना की बात है। इस कृषि प्रधान देश में ऐसे-ऐसे शीर्ष नेता और पत्रकार हैं जो खेती-किसानी के बारे में कुछ नहीं जानते। कांग्रेस के युवराज जहां फैक्ट्री से आलू बनाने का ज्ञान देश को बांट चुके हैं, वहीं अब सेलिब्रेटी पत्रकार अभिसार शर्मा अपनी अज्ञानता के कारण ट्रोलिंग का शिकार हुए हैं। हुआ दरअसल यूं कि गोरखपुर में धान के खेत से ग्राउंड जीरो की वे रिपोर्टिंग कर रहे थे। मगर उन्होंने पूरे कॉन्फिडेंस के साथ कहा-धान यानी गेहूं और गेहूं से बनती है तवे पर रोटी। रिपोर्ट टीवी पर चली तो यह देखकर दर्शकों ने माथा पकड़ लिया। भला सोचिए, टीवी और अखबार सामान्य ज्ञान के माध्यम भी समझे जाते हैं। ऐसे देश के सेलिब्रेटी पत्रकार जब धान को गेहूं बताएंगे तो फिर क्या हाल होगा पत्रकारिता का।

जीभ नहीं यहां तो परसेप्शन ही फिसल गया

अभिसार शर्मा की गलती इसलिए नहीं माफ नहीं की जा सकती, क्योंकि यहां स्लिप ऑफ टंग यानी जीभ फिसल जाने की बात नहीं दिखती। जिस पूरे आत्मविश्वास से वह धान को गेहूं और फिर तवे पर रोटी बनाने की बात कह रहे, उससे साफ पता चलता है कि उनका यहां पर परसेप्शन ही फिसल गया। जीभ फिसलने से कोई शब्द गलत निकलता है न कि पूरा का पूरा वाक्य।

एबीपी न्यूज की साख पर बट्टा

गिरती साख के इस दौर में भी एबीपी अपने को जिंदा होने का सुबूत देता रहा है। यही ऐसा चैनल है, जिसमें एंकरिंग अभी तक रिपोर्टिंग के हिस्से को निगल नहीं पाई। यहां रिपोर्टर्स को तवज्जो मिलती है। उन्हें परदे पर आने का मौका मिलता है। गुरमीत राम रहीम का मामला हो या फिर अमित शाह के बेटे की कंपनी के टर्नओवर में उछाल का मामला। हर मुद्दे पर एबीपी न्यूज डिगा नहीं। दूसरे चैनलों की तुलना में एबीपी न्यूज का संपादकीय विभाग कुछ ज्यादा मजबूत माना जाता है।

ऐसे में अभिसार की इस गलती पर कुछ लोगों को निशाना साधने का मौका मिल गया है। इसमें चैनल से खार खाए लोग भी शामिल हैं।

क्या कर रहा था आउटपुट

अभिसार शर्मा ने अज्ञानता में अगर धान को गेहूं कह भी दिया तो जब पैकेज कट रहा था तब आउटपुट के जिम्मेदार क्या कर रहे थे। क्या उनका ध्यान नहीं गया कि अभिसार की जुबान से क्या निकल रहा है। कैमरामैन को क्या नहीं पता कि उसके सामने अभिसार धान को गेहूं बोल रहे हैं।

इससे साफ पता चलता है कि एबीपी का न्यूजरूम और वहां की डेस्क सेलिब्रेटी सिंड्रोम से ग्रसित है। मसलन, चैनल का बड़ा चेहरा जो बोल रहा होगा, वह सही ही बोल रहा है। यही मानकर सब आंख मूंदकर वीडियो ओके कर चला दिए।

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