हद हो गयी है ! हरे प्रकाश के बाद अब विनायक राजहंस हुए सुभाष राय और विनीत मौर्या के शिकार
जनसंदेश टाइम्स, लखनऊ मेरा बकाया दो महीने (जुलाई-अगस्त-2014) का वेतन नहीं दे रहा है. सम्बंधित अधिकारियों से बात करता हूँ तो वे सिर्फ आश्वासन देते हैं. प्रधान संपादक सुभाष राय कहते हैं कि वेतन देने का काम प्रबंधन का है मेरा नहीं. वहीं महाप्रबंधक विनीत मौर्या कहते हैं और कहते जा रहे हैं कि आपका … Continue reading हद हो गयी है ! हरे प्रकाश के बाद अब विनायक राजहंस हुए सुभाष राय और विनीत मौर्या के शिकार
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