अपनी प्रतिभा से नहीं, खराब पिच के कारण विराट कोहली ने जड़ा शतक: राजदीप सरदेसाई की बीवी और ‘गोरा’ मीडिया यही कह रहा
भारत ने क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के जीतने भी मैच जीते हैं, वो सब पिच को अपने पंसद के अनुसार बनवा कर जीते हैं। यही कहना है वामपंथी मीडिया का और विदेशी गोरी-चमड़ी मीडिया का। राजदीप की बीवी सागरिका घोष भी यह सोचती हैं।
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के पहले सेमीफाइनल में भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुकाबला होना है। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम शानदार खेल रही है, नॉक-आउट स्टेज में सभी टीमों को हरा चुकी है। ऐसे में जिस ‘गोरे देश’ न्यूजीलैंड को भारत ने लीग मैच में धोया, उसे सेमीफाइनल से पहले एनर्जी देने के नाम पर प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है। कैसे? भारत ने खराब पिच बनवाया। आश्चर्य यह कि भारत के पत्रकार ही ऐसी फर्जी रिपोर्ट छाप रहे।
इंडियन एक्सप्रेस ने एक रिपोर्ट ‘सूत्रों’ के हवाले से छापी। इस रिपोर्ट में लिखा गया है कि वानखेड़े स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले सेमीफाइनल मैच के लिए स्लो पिच चुना गया है। इसके लिए बीसीसीआई क्यूरेटर (जो पिच तैयार करते हैं) से पिच पर की घास को हटाने के लिए कहा गया।
‘सूत्र’ के हवाले से कैसी रिपोर्टिंग की जाती है, यह इंडियन एक्सप्रेस से बेहतर कौन जानता है? यही वो मीडिया संस्थान है, जो भारत की सेना से तख्ता पलट की खबर भी सूत्रों के हवाले से छाप चुकी है। खैर! जब भारत की मीडिया ही अपने खिलाड़ियों की प्रतिभा के बजाय उनकी जीत को षड्यंत्र का नाम दे रही, तो विदेशी मीडिया कैसे पीछे रहती।
डेलीमेल नाम की एक मीडिया संस्थान है। ‘गोरे देश’ इंग्लैंड की, जो बुरी तरह हार कर बाहर भी हो चुकी है वर्ल्ड कप 2023 से। अपने देश की हार का खुन्नस भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैला कर निकाल रही है। डेलीमेल की खबर के अनुसार BCCI और ICC के लगभग 50 लोगों का एक वॉट्सऐप ग्रुप है। इसी ग्रुप में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले जाने वाले सेमीफाइनल मैच के पिच नंबर 7 को पिच नंबर 6 से बदल दिया गया। खबर के अनुसार ऐसा इसलिए किया गया ताकि भारत को स्पिन में मददगार पिच मिल सके।
India accused of “stitch up” in #WorldCup2023 semi final. https://t.co/CsiMwONJwi
— Sagarika Ghose (@sagarikaghose) November 15, 2023
सागरिका ने डेलीमेल की खबर को शेयर किया। बिना यह सोचे कि जिस भारतीय क्रिकेट टीम और उसके मैनेजमेंट बीसीसीआई पर वो आरोप लगा रही हैं, कभी उसी टीम के सबसे चमकते सितारे थे उनके ससुर। सागरिका को शायद याद न हो, इसलिए लिखना जरूरी है। ये दिलीप सरदेसाई की बैटिंग का ही कमाल था कि जिस ‘गोरे देश’ न्यूजीलैंड के लिए वो भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैला रही हैं, उसी न्यूजीलैंड को उन्होंने 1965 के टेस्ट सीरीज में मार-मार के धुआँ उड़ा दिया था।
तीसरे टेस्ट में फॉलोऑन खेलने पर मजबूर हुई भारतीय क्रिकेट टीम के ओपनर दिलीप सरदेसाई ने 25 चौके मार कर 200 रन (नाबाद) बनाए थे। यह मैच ड्रॉ हुआ था। इसके बाद चौथे टेस्ट में 18 चौके मार कर (72% रन सिर्फ चौके से) शतक लगाया था, न्यूजीलैंड को हराया था। न्यूजीलैंड के खिलाफ 1965 का टेस्ट सीरीज भारतीय क्रिकेट टीम ने 1-0 से जीता था।
राजदीप सरदेसाई की बीवी सागरिका घोष को तो शायद यह भी मालूम नहीं होगा कि दिलीप सरदेसाई के बारे में विजय मर्चेंट ने क्या कहा था – “वो जिसने भारतीय क्रिकेट का पुनर्जागरण किया (renaissance man of Indian cricket)!” जैसे उनका शौहर राजदीप क्रिकेट और पाकिस्तान को नहीं समझ सका, ठीक वैसे ही यह भी रह गईं… फर्जी पत्रकार बन कर, अधूरा ज्ञान लेकर!