काशी में ‘भारत एक्सप्रेस’ ने किया Mega Conclave, सीएमडी उपेंद्र राय ने कही ये बात

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में काशी के अभूतपूर्व विकास की सराहना की। उपेंद्र राय का कहना था, ‘पीएम मोदी का लोकसभा क्षेत्र बनने के बाद बनारस में पर्यटकों की संख्‍या तेजी से बढ़ी है।'

महादेव की नगरी काशी में ‘भारत एक्‍सप्रेस’ (Bharat Express) न्‍यूज चैनल की ओर से ‘काशी का कायाकल्‍प’ कॉन्‍क्‍लेव आयोजित किया गया। ‌बनारस कैंट स्थित होटल रमाडा में कॉन्‍क्‍लेव के मंच पर ‘भारत एक्‍सप्रेस’ के सीएमडी एवं एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री रविंद्र जायसवाल ने दीप प्रज्वलन किया।

कॉन्क्लेव में उपेंद्र राय ने काशी के गौरवशाली इतिहास और ‘कायाकल्प’ के बारे में बात की। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में काशी के अभूतपूर्व विकास की सराहना की। उपेंद्र राय का कहना था, ‘बनारस अब निरंतर प्रगति कर रहा है। पीएम मोदी का लोकसभा क्षेत्र बनने के बाद बनारस में पर्यटकों की संख्‍या तेजी से बढ़ी है। पीएम द्वारा यहां काशी विश्‍वनाथ कॉरिडोर बनवाया गया। 2022 में 7 करोड़ से ज्‍यादा लोग बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने बनारस पहुंचे। यह संख्‍या और बढ़ सकती है।’

इसके साथ ही उपेंद्र राय का कहना था, ’बनारस का लिखित इतिहास तो 3 हजार साल पुराना है, हालांकि, जब महाभारत ग्रंथ पढ़ते हैं तो पता चलता है कि साढ़े 5 हजार वर्ष पूर्व, पितामह भीष्‍म हस्तिनापुर से काशी आए थे। भीष्‍म ने काशी नरेश की पुत्रियों- अंबा, अंबिका और अंबालिका के लिए आयोजित स्वयंवर में हिस्‍सा लिया था। इस स्वयंवर में भीष्‍म बिन बुलाए पहुंचे थे। उन्‍होंने वहां अन्‍य सभी राजाओं को चुनौती देते हुए राजकुमारियों का बलपूर्वक हरण किया और तीनों राजकुमारियों को अपने सौतेले भाई विचित्रवीर्य से विवाह करवाने के लिए हस्तिनापुर ले गए थे।’

उन्होंने आगे कहा, ’इस प्रकार हमारे पास काशी का साढ़े 5 हजार वर्ष पहले तक का लिखित इतिहास है। और बात जब सनातन धर्म की होती है, तो इसके 11,ooo वर्ष पुराना होने के प्रमाण मिलते हैं। दुनिया का कोई और मत या मजहब इतना पुराना नहीं है। सनातन धर्म को बाद में हिंदू धर्म कहा जाने लगा, इस हिंदू धर्म के भी 7 हजार साल पुराना होने के साक्ष्य मिलते हैं। जैन और बौद्ध धर्म का इतिहास लगभग 3 हजार साल पुराना है। ईसाई मजहब ढाई हजार साल पहले स्थापित किया गया। इस्लाम का इतिहास लगभग 1400 साल पुराना है। सिख संप्रदाय लगभग 500 साल पहले स्थापित हुआ।’

अपने वक्तव्य में मोक्ष का जिक्र करते हुए उपेंद्र राय बोले, ’अन्य सारे मत-मजहब नरक और स्वर्ग की सीढ़ी तक जाकर फंस जाते हैं। लेकिन सनातन धर्म मोक्ष की बात करता है और काशी मोक्षदायिनी नगरी है। धर्मग्रंथों में काशी को पृथ्वी का प्रवेश द्वारा कहा गया है। कहा जाता है कि जो एक बार काशी आकर बस जाता है और भगवान शिव-पार्वती का संवाद पढ़ेगा, तो वह कभी काशी छोड़कर नहीं जाता। उसकी वजह है कि काशी ‘मोक्ष’ प्रदान करने वाली नगर है। ‘मोक्ष’ वो है, जो आत्माओं को स्वर्ग-नरक से परे जाकर मिलता है। इसमें आत्मा सारे बंधनों से मुक्त हो जाती है।’

कॉन्क्लेव में राजनीति, शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कृति और सामाजिक क्षेत्र से जुड़े कई विशिष्ट अतिथियों ने हिस्सा लिया।

Loading...
loading...

Related Articles

Back to top button