मंत्री शिवपाल और IPS अजय मोहन की पोल खोलने वाले पत्रकार पर फर्जी मुकदमें

Bhadas4Journalist डेस्क

एटा

मैं धनंजय सिंह भदौरिया, समाचार प्लस न्यूज चैनल का एटा का संवाददाता हूं। प्रार्थी ने 9 अगस्त 2012 को उत्तर प्रदेश के मंत्री  शिवपाल यादव की खबर “चोरी करो डकैती नहीं” चलाई थी. इसके बाद एटा के एसएसपी अजय मोहन शर्मा द्वारा सपा के महासचिव रामगोपाल यादव के पैर छूते की खबर 24-1-2013 को दिखाई थी।

इन दोनों खबरों से बौखलाकर सपा नेताओं के इशारे पर मुझे झूठे मुक़दमे में फंसाकर मुझे सबक सिखाने की योजना एटा के एसएसपी अजय मोहन शर्मा ने बनाई थी। ये महोदय रामगोपाल यादव की कृपा से आज भी एटा के एसएसपी हैं। मैंने 10-8-2012 को ही भारत सरकार के गृह मंत्री को एक टेलीग्राम किया था जिसमें यह आशंका जताई थी कि मेरी खबर से मंत्री शिवपाल यादव और यूपी सरकार के पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता बौखलाकर मुझे झूठे मुकदमों में फसा सकते हैं।

मेरी आशंका के अनुसार ही एसएसपी एटा अजय मोहन शर्मा ने उक्त सपा नेताओं के इशारे पर मेरे खिलाफ एटा जनपद में दो दिन में दो फर्जी मुक़दमे दर्ज करा दिए। पहला मुकदमा 27 जून को कोतवाली नगर एटा में धारा 406 /420 /504 /506 अपराध संख्या 434 राज सिंह पुत्र देवी सिंह निवासी नगला सेवा थाना कोतवाली देहात जनपद एटा से कराया. जिसके नाम से मुकदमा लिखाया गया है उसने मय शपथ पत्र के आईजी आगरा जोन के समक्ष प्रस्तुत होकर कहा है कि यह मुकदमा मैंने धनंजय सिंह भदौरिया के खिलाफ दर्ज नहीं कराया है और मैं निर्दोष व्यक्ति के खिलाफ कोई कानूनी कार्यवाही नहीं करना चाहता हूं।

इसी प्रकार दूसरा मुकदमा 28 जून 2013 को मेरे खिलाफ एटा के थाना सकीट में धारा 279, 337, 427, 506 आईपीसी 3 (1) 10 एससी, एसटी एक्ट के तहत अपराध संख्या 84 /13 में जितेन्द्र कुमार पुत्र श्याम सुन्दर निवासी नगला काजी थाना सकीट जिला एटा से दर्ज करा दिया। यहां भी जिनके नाम से मेरे खिलाफ मुकदमा लिखाया गया है, उस जीतेन्द्र कुमार ने भी आगरा जोन के आईजी आशुतोष पाण्डेय के सामने पेश होकर मय शपथ पत्र के कह दिया कि मैंने धनंजय भदौरिया के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं कराया है और मैं झूठी कार्यवाही नहीं करना चाहता हूँ। जीतेन्द्र कुमार का रिकॉर्ड बयान है कि मुझसे यह कहकर कुछ कोरे कागजों में दस्तखत करवा लिए गए थे कि सरकार की योजना आयी है जिसके तहत एटा के एसएसपी और डीएम से 50000 रुपये दिलवा दिए जाएंगे।

मैंने आईजी जोन आगरा से मिलकर दोनों शिकायत कर्ताओं को उनके समक्ष मय शपथपत्रों के पेश कर दोनों झूठे मुकदमों को ख़त्म करने की बात की तो उन्होंने एटा के एसएसपी को फोन कर दोनों मुक़दमे ख़त्म करने को कहा परन्तु एसएसपी एटा उक्त सपा नेताओं के दबाव में मेरे ऊपर स्वयं दर्ज कराये गए झूठे मुकदमों को ख़त्म करने को तैयार नहीं है और मुझे जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं।

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