GST चोरी मामले में गिरफ्तार ‘द हिंदू’ के पत्रकार की एडिटर्ड गिल्ड कर रहा था तरफदारी, ‘द हिंदू’ की निदेशक ने लताड़ा
मालिनी ने पत्रकारों से यह भी आग्रह किया कि वे अपनी रिपोर्टिंग के मानकों के प्रति ईमानदार रहें और अपने समाचार स्रोतों से दूरी बनाए रखें। ऑपइंडिया ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि कैसे वो लग्जरी लाइफ जीता रहा है।
इसका विरोध करते हुए मालिनी पार्थसारथी ने कहा कि किसी पत्रकार की गिरफ्तारी पर केवल प्रेस की स्वतंत्रता का हंगामा करना गलत है। उनकी राय में यह पत्रकारिता के मूल उद्देश्य यानी सत्य की खोज के साथ अन्याय है। मालिनी पार्थसारथी ने कहा कि कोई भी पत्रकार कानून से ऊपर नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि महेश लांगा के खिलाफ दर्ज दो एफआईआर उनकी रिपोर्टिंग के आधार पर नहीं हैं, बल्कि अन्य गंभीर आरोपों के लिए हैं, जिनकी जाँच होनी चाहिए।
मालिनी पार्थसारथी ने यह भी सवाल उठाया कि इन केसों में महेशा लांगा की गिरफ्तारी से पत्रकारिता की स्वतंत्रता कैसे बाधित हुई? उनका कहना है कि प्रेस की स्वतंत्रता का गलत इस्तेमाल किसी को कानून के पालन से नहीं बचाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
To cry foul when a journalist is arrested on what are evidently serious charges that require investigation & to allege that this is a case of an attack on the freedom of the press is wrong & does injustice to the essence of journalism-the pursuit of truth.
No journalist is above… https://t.co/YpUfo63hhr— Malini Parthasarathy (@MaliniP) October 28, 2024
मालिनी ने पत्रकारों से यह भी आग्रह किया कि वे अपनी रिपोर्टिंग के मानकों के प्रति ईमानदार रहें और अपने समाचार स्रोतों से दूरी बनाए रखें। ऑपइंडिया ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि कैसे वो लग्जरी लाइफ जीता रहा है।