देहरादून के अखबारों ने लागू कर दिया है मजीठिया, देखिए सरकारी मजाक
ये है देवभूमि का असर….यहाँ से प्रकाशित चार समाचार पत्रों (हिंदुस्तान, दैनिक जागरण, अमर उजाला और राष्ट्रीय सहारा ) में से ३ ने मजीठिया आयोग की सिफारिशें लागू कर दी हैं…यह बात हम नहीं कह रहे हैं यह बात सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत माँगी गयी जानकारी के जवाब में लोक सूचना अधिकारी/उप श्रमायुक्त के कार्यालय से पत्र संख्या ४६६९/दे.दूँ-सू.अधि-अधि/….२-९-१४ को दी गयी है। सूचना में समाचार पत्रों की नाम के खुलासा नहीं किया गया है। अगली सूचना में यह भी कर दिया जाएगा ….
मित्रों तो क्या हम यह मान लें क़ि देवभूमि देहरादून के पत्रकारों को बिना मेंहनत के उसी तरह लाभ मिल गया जिस तरह सांसदों- विधायकों का बिना मांगे वेतन और भत्ता बढ़ जाता हैं …
मित्रों तो क्या हम यह मान लें क़ि ये तीनो अखबार मजीठिया वेजबोर्ड के हिसाब से वेतन और परिलाभ दे रहे हैं ?
मित्रों तो क्या हम यह मान लें क़ि इन तीनो अखबारों में सारे के सारे कर्मचारी हैं.. एक भी संविदा पर नही है..
मित्रों तो क्या हम यह मान लें क़ि इन तीनो अखबारों में मजीठिया के हिसाब से कर्मचारियों के श्रेणी है…
मित्रों तो क्या हम यह मान लें क़ि इन तीनो अखबारों में रात्रि भत्ता सहित सभी भत्ते दिए जा रहे हैं ..
मित्रो यह जानकारी किसी पत्रकार या पत्रकार संगठन ने नहीं मांगी है यह जानकारी एक आरटीआई कार्यकर्त्ता ने मांगी है….
एक पत्रकार की रिपोर्ट