भास्कर न्यूज की मालकिन हेमलता अग्रवाल को श्रम उपायुक्त ने फटकारा
10 दिन के भीतर बकाए रकम देेने का आदेश, कोर्ट ने कहा नहीं तो जारी कर देंगे आरसी
भास्कर न्यूज की पोल अब पूरी तरह से खुल गई है। 70 कर्मचारियों की याचिका पर सुनवाई कर रहे श्रम उपायुक्त के सामने भास्कर न्यूज की मालिकिन हेमलता अग्रवाल ने यह स्वीकारा कि अब उनके पास फूटी कौडी भी नहीं है जिससे वे कर्मचारियों का बकाया दे सकें। यह सुन जहां श्रमउपायुक्त भड़क उठे वहीं हेमलता अग्रवाल के खिलाफ कर्मचारियों ने नारेबाजी की। खबर है कि श्रमउपायुक्त ने हेमलता अग्रवाल को फटकारा भी और कहा कि जब पैसा नहीं था तो चैनल कैसे लेकर आ गईं। यदि आपने 10 दिनों के अंदर इनका बकाया नहीं चुकाया तो चैनल के खिलाफ आरसी जारी कर दी जाएगी।
आपको बता दें कि पिछले दिनों हुए धरना प्रदर्शन के बाद मालिकान से बात न बनता देख यहां के 70 कर्मचारियों ने लेबर कोर्ट का रूख कर लिया था। इसी मामले में लेबर उपायुक्त के यहां सुनवाई थी जिसमें चैनल की मालिकन हेमलता अग्रवाल हाजिर थीं। जब लेबर उपायुक्त ने कर्मचारियों के बकाये के बारे में जानना चाहा तो हेमलता अग्रवाल ने साफ मना कर दिया और कह दिया कि उनके पास पैसा नहीं है जिससे इन कर्मचारियों का बकाया दे सकें। फिर श्रमउपायुक्त ने पूछा कि जब आपके पास पैसा नहीं था तो आप चैनल कैसे लेकर आ गई औऱ इतने लोगों को काम पर रख लिया। इनके बकाये तो आपको देने पड़ेंगे। फिर उन्होंने लेबर कोर्ट को हल्के में लेते हुए कहा कि जब पैसा है ही नहीं तो दूंगी कहां से। इसपर श्रमउपायुक्त भड़क गए और कहा कि यह आपकी प्राब्लम है। आप जहां से मैनेज कर सकती हैं करिए। आपको 10 दिन का समय दिया जाता है यदि इस बीच आपने पैसा नहीं दिया तो कंपनी के खिलाफ आरसी जारी कर दी जाएगी। इसके बाद क्या होगा आप खुद ही समझ सकती हैं। इसलिए 25 दिसंबर से पहले इन कर्मचारियों का पैसा लौटाइए नहीं तो नोटिस के लिए तैयार रहिए। बताया जा रहा है कि जब हेमलता अग्रवाल ने कहा कि पैसा नहीं है तो वहां मौजूद कर्मचारियों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की। हाय हाय के नारे लगाए। अब देखना है कि हेमलता अग्रवाल कर्मचारियों के बकाए के पैसा कहां से दे पाती हैं क्योंकि श्रमउपायुक्त से उनको कोई मुहल्लत मिलती नहीं दिख रही है। वैसे लोगों का कहना है कि उनके पास तो धन पहले से ही नहीं था जो था सब यहां के बागड़बिल्लों ने हजम कर लिया अब सिर्फ एक पुरानी पोटली है जिसमें कुछ कौड़िया हो सकती हैं पैसा तो एकदम नहीं है।
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