तरुणमित्र हिन्दी दैनिक लखनऊ के जिला प्रतिनिधि पर हमला
बीती रात मस्जिद से नमाज पढ़कर लौट रहे एक युवक को अगवा कर उस पर जानलेवा हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया।
बीती रात मस्जिद से नमाज पढ़कर लौट रहे तरुणमित्र हिन्दी दैनिक लखनऊ के जिला प्रतिनिधि को अगवा कर उस पर जानलेवा हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। उन्हें गंभीर अवस्था में हायर सेंटर रेफर किया गया है। पुलिस ने तीन नामजद समेत 5-6 अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।कोतवाली सदर बाजार में तरुणमित्र हिन्दी दैनिक लखनऊ के जिला प्रतिनिधि मोहम्मद फारुक की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे में कहा गया है कि बुधवार की रात करीब साढे आठ बजे जब वह मस्जिद से नमाज पढ़कर एसएएम इंटर कालेज के पास निकल रहा था तो होंडा सिटी कार के पास खड़े तीन लोगों ने उसका नाम पुकार कर उसे आवाज लगाई। आवाज सुनकर वह उनके पास पहुंचा तो उसने देखा कि राजू गौरव उर्फ प्रवीण कपूर, मोहम्मद अली पुत्र जहांगीर व हेदर पुत्र जहांगीर ने उसे जबरदस्ती कार में डाल लिया और अपहरण कर बेहट रोड से शकलापुरी के जंगल में ले गए। वहां इनके अलावा 5-6 अन्य लोगों ने अचानक उस पर लाठी डंडों से हमला बोल दिया। इससे उसे सिर में गंभीर चोटें आई। किसी तरह वह इनसे जान बचाकर भागा और आबादी में आकर शोर मचा दिया। इसके बाद उसे कुछ याद नहीं है। फारूक के सिर में गंभीर चोट आने के कारण उसे 22 टांके लगाने पड़े। जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उसे तुरंत ही हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। जौली ग्रांट स्थित अस्पताल में भर्ती फारुक की हालत गंभीर बनी हुई है।
पुलिस ने राजू गौरव, मो. अली व हैदर के खिलाफ फारुक की ओर से अपहरण व हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है। वहीं फारुक के नजदीकी लोगों का कहना है कि जिस गाड़ी से फारुक का अपहरण किया गया था। वह गाड़ी लिंक रोड पर एक नर्सिग होम के पास करीब एक घंटे तक खड़ी थी। इसके बाद पुलिस ने सेल टैक्स की चोरी कराने वाले उस कार के स्वामी तथा उसके एक साथी को हिरासत में भी लिया था। मगर बाद में उसे छोड़ दिया गया। गुरुवार तक भी पुलिस किसी नामजद आरोपी की गिरफ्तारी नहीं कर सकी है। फारुक पर यह हमला भी सेल टैक्स की चोरी से जुड़ा माना जा रहा है।
पुलिस ने राजू गौरव, मो. अली व हैदर के खिलाफ फारुक की ओर से अपहरण व हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है। वहीं फारुक के नजदीकी लोगों का कहना है कि जिस गाड़ी से फारुक का अपहरण किया गया था। वह गाड़ी लिंक रोड पर एक नर्सिग होम के पास करीब एक घंटे तक खड़ी थी। इसके बाद पुलिस ने सेल टैक्स की चोरी कराने वाले उस कार के स्वामी तथा उसके एक साथी को हिरासत में भी लिया था। मगर बाद में उसे छोड़ दिया गया। गुरुवार तक भी पुलिस किसी नामजद आरोपी की गिरफ्तारी नहीं कर सकी है। फारुक पर यह हमला भी सेल टैक्स की चोरी से जुड़ा माना जा रहा है।
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