एनडीटीवी पर छापे के बाद रवीश कुमार ने फेसबुक पर लिखा ‘आज का मीडिया गोद में बैठना पसंद करता है’
Ravish Kumar : तो आप डराइये, धमकाइये, आयकर विभाग से लेकर सबको लगा दीजिये। ये लीजिये हम डर से थर थर काँप रहे हैं। सोशल मीडिया और चंपुओं को लगाकर बदनामी चालू कर दीजिये लेकिन इसी वक्त में जब सब ‘गोदी मीडिया’ बने हुए हैं , एक ऐसा भी है जो गोद में नहीं खेल रहा है। आपकी यही कामयाबी होगी कि लोग गीत गाया करेंगे- गोदी में खेलती हैं इंडिया की हज़ारों मीडिया। एन डी टी वी इतनी आसानी से नहीं बना है, ये वो भी जानते हैं। मिटाने की इतनी ही खुशी हैं तो हुजूर किसी दिन कुर्सी पर आमने सामने हो जाइयेगा। हम होंगे, आप होंगे और कैमरा लाइव होगा । ये एन डी टी वी का बयान है-
This morning, the CBI stepped up the concerted harassment of NDTV and its promoters based on the same old endless false accusations. NDTV and its promoters will fight tirelessly against this witch-hunt by multiple agencies. We will not succumb to these attempts to blatantly undermine democracy and free speech in India. We have one message to those who are trying to destroy the institutions of India and everything it stands for: we will fight for our country and overcome these forces.
आज का मीडिया गोद में बैठना पसंद करता है। इसलिए मैं उसे ‘गोदी मीडिया’ कहता हूँ। इस मीडिया से उम्मीद छोड़ दीजिये। राजनीतिक हित के लिए धर्म का इस्तमाल कर ‘काला धर्म’ पैदा किया जा रहा है। सन्यासी को नेता से दूर रहना चाहिए। हालत ये हो गई है कि नेता को फेंकू और न्यूज़ को फेक कहा जा रहा है।यही सच्चाई है। आज मीडिया की सबसे बड़ी चुनौती फेक न्यूज़ है। मीडिया अपनी रेटिंग के लिए सेना का इस्तमाल कर रहा है। बापू, मुझे लोग कहते हैं मैं सनातनी नहीं हूँ । मैं कहता हूँ मैं सनातनी तो हूँ, तनातनी नहीं हूं । मुझे झगड़ा पसंद नहीं है। मोहब्बत पसंद है। मोरारी बापू के आश्रम में जाकर बोला तो बापू ने भी हौसला बढ़ाया और आशीर्वाद दिया। संदेश यही था कि निडर होकर काम करो और बोलो। भाषण के बाद बुलाकर पीठ थपथपा दी और कहा कि आनंद आ गया। महुआ जैसी ख़ूबसूरत नाम वाली जगह में उनका आश्रम है। खुल कर बात हुई और सबसे बड़ी बात कि जिन्हें दुनिया सुनती है वो चुपचाप मंच के सामने बैठकर घंटो माडिया पर सुनते रहे और हाथ उठाकर हौसला बढ़ाते रहे। उनकी मुखरता और उदारता को नमन।
एनडीटीवी के चर्चित एंकर रवीश कुमार की एफबी वॉल से.