इंडिया टीवी में जबरदस्त उथल-पुथल, संत प्रसाद का इस्तीफा, अजीत अंजुम के जाने की चर्चाएं

इंडिया टीवी चैनल की टीआरपी लगातार गिरने से चैनल में हड़कंप मचा हुआ है. रजत शर्मा एंड कंपनी धांय-धूंय पर आमादा दिख रही है. सबसे भारी दबाव में अजीत अंजुम हैं. अंजुम जी के खासमखास आउटपुट हेड संत प्रसाद ने इस्तीफा दे दिया है. अब अंजुम पर दबाव है कि हफ्ते-दो हफ्ते में टीआरपी दुरुस्त करो वरना जाओ. बताया जा रहा है कि अजीत अंजुम ने अपने खास लोगों को इशारा कर दिया है कि जो अपनी जहां व्यवस्था कर पा रहा हो, कर ले.

उधर, चर्चा है कि शाजी जमां या विनोद कापड़ी में से कोई एक इंडिया टीवी आ सकता है. विनोद कापड़ी लगातार फ्लाप फिल्में बनाने से काफी संकट में आ गए हैं और आजकल शिद्दत से नौकरी तलाश रहे हैं. पर उनके अतीत को देखते हुए कहीं कोई घास नहीं डाल रहा. ऐसे में वह अपने पुराने बॉस रजत शर्मा के पास रिरियाते हुए पहुंचे. कहा जा रहा है कि विनोद कापड़ी के चाल चरित्र चेहरे को देखते हुए इंडिया टीवी प्रबंधन उन्हें पूरा दायित्व नहीं देना चाह रहा. इसलिए संभव है कि वे संपादकीय सलाहकार टाइप का कोई पद पा जाएं. हालांकि यह अभी तक फाइनल नहीं है कि उनकी इंट्री किसी भी रूप में इंडिया टीवी में हो रही है या नहीं.  हां, रजत शर्मा और विनोद कापड़ी के बीच एक लंबी बैठक हो चुकी है, यह तो कनफर्म है.

शाजी जमां एबीपी न्यूज से इस्तीफा देने के बाद से खाली बैठे हैं. अकबर पर एक किताब लिखने के बाद शाजी जमां किसी उपयुक्त मंच की तलाश में हैं. पर इंडिया टीवी का जो भाजपाई तेवर है, उसमें शाजी जमां वहां खुद को कैसे एडजस्ट करेंगे या रजत शर्मा उन्हें लाने को कितना उत्सुक होंगे, ये दोनों सवाल मुंह बाए खड़े हैं. इंडिया टीवी के सूत्रों का कहना है कि अजीत अंजुम को प्रबंधन ने दो हफ्ते का नोटिस दे रखा है. खासकर रजत शर्मा की पत्नी रीतू धवन बहुत नाराज चल रही हैं और उन्होंने इंडिया टीवी के पांच नंबर पर लुढ़क कर गिरने के बाद अजीत अंजुम की लंबी क्लास ली है.

ज्ञात हो कि अजीत अंजुम इंडिया टीवी में आने के बाद यहां काम कर रहे कई पुराने लोगों की नौकरी खा चुके हैं और अपने कई खास लोगों की भर्ती कर चुके हैं. बावजूद इसके टीआरपी न आने से प्रबंधन नाराज है. उधर, चौथी दुनिया में लंबे समय से कार्यरत मनीष कुमार ने भी इंडिया टीवी ज्वाइन कर लिया है. मनीष लंबे समय तक चौथी दुनिया के एडिटर इन चीफ संतोष भारतीय के खासमखास हुआ करते थे.

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