महिला पत्रकार के अपहरण की कोशिश मामले में हुआ यह सनसनीखेज खुलासा
पटना में शनिवार शाम एक डिजिटल चैनल की महिला पत्रकार दिव्या के अपहरण की कोशिश की खबरें सामने आई थीं, लेकिन अब यह मामला पूरी तरह से झूठा निकला है।
पटना में शनिवार शाम एक डिजिटल चैनल की महिला पत्रकार दिव्या के अपहरण की कोशिश की खबरें सामने आई थीं, लेकिन अब यह मामला पूरी तरह से झूठा निकला है। पुलिस द्वारा की गई जांच में यह पुष्टि हुई है कि अपहरण की कोई घटना नहीं हुई।
डीएसपी साकेत कुमार ने बताया कि पत्रकार दिव्या के बताए हुए रास्तों के सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई, लेकिन उनमें ऐसा कुछ भी नहीं मिला, जिससे इस घटना की पुष्टि हो सके। पुलिस ने जब दिव्या से पूछताछ की, तो उसने स्वीकार किया कि “ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी। मैं तो बस प्रैंक कर रही थी, लेकिन किसी ने इस वीडियो को वायरल कर दिया।”
पहले खबर थी कि शनिवार की शाम दो बाइक सवार बदमाशों ने पत्रकार दिव्या को ई-रिक्शा से उतार कर अपहरण करने की कोशिश की थी। बदमाशों ने उसे जबरन बेली रोड पर ले जाकर छोड़ दिया और फरार हो गए थे। पुलिस ने इस घटना की गंभीरता से जांच शुरू की थी, लेकिन बाद में मामला फर्जी निकला।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिव्या ने बताया कि वह भागलपुर की रहने वाली है। पटना के राजीव नगर में रहती हैं। शनिवार कि देर शाम लगभग 10 बजे पहलवान मार्केट से बोरिंग रोड चौराहा पहुंची। वहां से ई-रिक्शा से साईं मंदिर जा रही थी। इसी बीच उसे कुछ गलत होने का अंदेशा हुआ। दिव्या ने ई-रिक्शा चालक को रोकने को कहा। तभी वहां बाइक से 3 लोग आए, एक उतर गया और दो लोग ने उसे जबरन बाइक पर बैठा लिए और फिर शिवपुरी स्थित गली में ले गए। कपड़े से आंख और मुंह बांधकर फोन से मैसेज कर दिया। बाद में बाइक से उतार कर किडनैपर फरार हो गए। लड़की इसके बाद किसी तरह थाने पहुंची और मामला दर्ज कराया। लड़की का कहना है कि बदमाश मेरा मोबाइल छीनकर मेरे एक परिचित से चैट भी कर रहे थे। पुलिस इस पूरे मामले को प्रेम-प्रसंग से भी जोड़कर देख रही थी।
पुलिस ने अब इस मामले को लेकर दिव्या से पूरी तरह से स्पष्टीकरण मांगा है और आगे की कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है।