कवरेज कर रहे मीडियाकर्मियों पर बरसीं पुलिस और सपाइयों की लाठियां
आगरा। कमला नगर में उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष डा. अनिल यादव के घर के बाहर उनका पुतला फूंकना अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं को भारी पड़ गया। भाजपा नेताओं की तमाम कोशिशों के बाद भी पुलिस प्रशासन नहीं पसीजा। स्पेशल जज (दस्यु प्रभावी क्षेत्र) संजय खरे की अदालत में चारों कार्यकर्ताओं को लूट के आरोप में पेश किया गया, जहां से उन्हें 18 अप्रैल तक के लिए जेल भेज दिया गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं की ओर से कोई भी वकील नहीं पहुंचा।
बता दें, यूपीपीएससी का पेपर लीक होने पर चेयरमैन डा. अनिल यादव को हटाने की मांग करते हुए शुक्रवार को एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कमलानगर स्थित चेयरमैन के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन कर पुतला फूंका था। इस दौरान चेयरमैन के घरवालों और समर्थकों ने कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर लाठियों से पीटा। मीडियाकर्मियों से भी मारपीट की थी। पथराव और फायरिंग की। वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों ने आंखें बंद कर ली थीं। चेयरमैन के भाई अरविंद यादव ने नवीन गौतम, आशीष शर्मा, प्रशांत सिंह, सौरभ पाराशर समेत अन्य एबीवीपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ घर में घुसकर हमला, आगजनी, लूट, जानलेवा हमला और 7 सीएलए एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। इस एकतरफा कार्रवाई पर भाजपा नेताओं ने थाने पर जमकर हंगामा किया था। एबीवीपी कार्यकर्ताओं की तरफ से रिपोर्ट दर्ज न करने पर उन्होंने गिरफ्तारी दी थी।
शनिवार को भाजपा सांसद चौधरी बाबूलाल, विधायक जगन प्रसाद गर्ग, विधायक योगेंद्र उपाध्याय, प्रदेश मंत्री रामप्रताप सिंह चौहान, ब्रजक्षेत्र अध्यक्ष पुरुषोत्तम खंडेलवाल, जिलाध्यक्ष अशोक राना, महानगर अध्यक्ष नागेंद्र प्रसाद दुबे गामा, कुंदनिका शर्मा, दीपक खरे, अनिल चौधरी, प्रमोद गुप्ता, बॉबी वर्मा आदि नेताओं ने आईजी डीसी मिश्रा से मुलाकात की। उन्होंने निर्दोष कार्यकर्ताओं पर लगे मुकदमे की धाराओं को हटाने की मांग की। इस पर आईजी ने जांच के बाद कोई कार्रवाई का आश्वासन देकर उन्हें चलता कर दिया। इस पर भाजपा नेताओं में भारी आक्रोश था।
दोपहर में पुलिस ने गिरफ्तार चारों एबीवीपी कार्यकर्ताओं को स्पेशल जज (दस्यु प्रभावी क्षेत्र) की अदालत में पेश किया। न्यायाधीश ने चारों कार्यकर्ताओं को लूट में 18 अप्रैल तक जेल भेजने के आदेश दिए। इस दौरान दीवानी में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था। उधर, वादी अरविंद यादव भी अपने अधिवक्ता साथियों के साथ मौजूद रहे।