मीडिया के अस्तित्व पर सवाल उठाने वालों पर क्या नहीं हो सकता क़ानूनी कार्यवाही ?

हद तो तब हो गई जब गाजीपुर लोकसभा चुनाव कवरेज करने आई एक बड़े चैनल की महिला पत्रकार को गाजीपुर के सांसद ने अभद्र टिप्पणी तक कर डाली, बात यही नहीं रुकी एक और प्रतिष्ठित चैनल के पत्रकार को अनाप शनाप तक कह डाला।

सांसद अफजाल अंसारी द्वारा मीडिया के खिलाफ दिए जा रहे अनर्गल बयानों से मीडिया आहत है अलग अलग संगठनों ने बैठक कर सांसद के बयानों को वापस लेने की मांग की है साथ ही कहा है कि एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि को इस तरह से अनाप शनाप बयान नही देना चाहिए अगर सांसद अपने द्वारा मीडिया के प्रति दिए बयानों को लेकर क्षमा नहीं मांगेगे तो अब इनकी खबरों को कवरेज नही किया जाएगा।

गाजीपुर से बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी अपने छोटे भाई मुख्तार अंसारी की मौत के बाद बौखला से गए है अफजाल अंसारी मुख्तार की मौत के बाद से ही उजुल फुजूल के बयान पर बयान दिए जा रहे है। बीएसपी के टिकट पर 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के मनोज सिन्हा को हराकर सदन में पहुंचे अफजाल अंसारी के नजर में सारी मीडिया गोदी मीडिया हो गई है, हाल ही में मुख्तार अंसारी के मौत के बाद लगभग लगभग सारे मीडिया चैनलो पर सुर्खियों में बने रहने वाले अंसारी परिवार के निशाने पर आज मीडिया खुद आ गई है।

राजेंद्र गौतम द्वारा जातियों के आधार पर पत्रकारिता को कलंकित…

आए दिन मुख्तार के मौत के बाद घटनाक्रमों को कवरेज करने गए पत्रकारों को हमेशा ही अफजाल की तरफ से जलालत झेलनी पड़ी है,चाहे मुख्तार के मौत के जनाजे के समय की खबर हो चाहे सुपुर्दे खाक किए जाने की खबर हो अंसारी परिवार ने हमेशा मीडिया को संदेह की नजरो से देखता रहा।

Yellow Journalism की आरोपित हैं संपादिका रेखा गौतम, कानूनी नोटिस…

हद तो तब हो गई जब गाजीपुर लोकसभा चुनाव कवरेज करने आई एक बड़े चैनल की महिला पत्रकार को गाजीपुर के सांसद ने अभद्र टिप्पणी तक कर डाली, बात यही नहीं रुकी एक और प्रतिष्ठित चैनल के पत्रकार को अनाप शनाप तक कह डाला।

हॉकर से पत्रकार बने राजेंद्र गौतम को निचले स्तर पर…

5 सालो में फिसड्डी साबित हुआ है सांसद क्षेत्रीय स्तर से लेकर बड़े स्तर के पत्रकारों को गोदी मीडिया की संज्ञा देकर पुकारने वाले सांसद अफजाल अपने 5 सालो के कार्यकाल को जब खंगाल कर देखेंगे तो सांसद महोदय एकदम फिसड्डी साबित हो रहे है,यह अलग बात है कि विकास कार्यों के नाम पर जीरो साबित हुए अफजाल अंसारी को विपक्ष और मीडिया दोनो से लड़ना पड़ रहा है यह बाते हम खुद नही कह रहे है अफजाल ने खुद प्रेस कांफ्रेंस में बताई थी।

हॉकर की पहचान से कभी शर्मिंदा नहीं होते पत्रकार राजेंद्र…

मुख्तार अंसारी की मौत के बाद जिस तरह मीडिया ने घटनाक्रमों को कवरेज किया अफजाल ने उस मौके को खूब ताड़ा,जब कुछ भड़ास निकालनी हुई तो पत्रकारों को बुलाया भी जब पत्रकार सच बोले तो उन्हीं पत्रकारों को गोदी मीडिया और न जाने किन किन शब्दों से संबोधित किया अफजाल अंसारी ने। बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड में हाईकोर्ट की तरफ से हो रही है सुनवाई कोर्ट ने 13 मई को सुनवाई की तारीख रखी है अगर फैसला अफजाल के पक्ष में नहीं आता है तो अफजाल अंसारी चुनाव भी नही लड़ पाएंगे इसी का नतीजा है कि अफजाल अंसारी ने दिल्ली से पढ़ी अपनी बेटी नुसरत अंसारी को लोगो के सामने प्रजेंट करना भी शुरू कर दिया है।

सांसद अफजाल अंसारी द्वारा मीडिया के खिलाफ दिए जा रहे अनर्गल बयानों से मीडिया आहत है अलग अलग संगठनों ने बैठक कर सांसद के बयानों को वापस लेने की मांग की है साथ ही कहा है कि एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि को इस तरह से अनाप शनाप बयान नही देना चाहिए अगर सांसद अपने द्वारा मीडिया के प्रति दिए बयानों को लेकर क्षमा नहीं मांगेगे तो अब इनकी खबरों को कवरेज नही किया जाएगा।

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