bhadas4journalist.com पर खबर छपने के बाद अमर उजाला में आधी सेलरी का फरमान वापस हो गया है
अमर उजाला में आधी सेलरी का फरमान वापस हो गया है। bhadas4journalist.com पर खबर छपने के बाद हुए हड़कंप के बीच प्रबंधन ने अपना फैसला वापस ले लिया और माईएयू साइट को कुछ घंटे के लिए आनन फानन में बंद कर दिया। पर अब उसमें भी सुधार हो गया है। यही नहीं प्रबंधन ने एक और अपने विवादित फैसले को कुछ समय के लिए टाल दिया है जिसमें कंपनी में एक एजेंसी का प्रवेश का था। जिसके बारे में जनसत्ता bhadas4journalist.com और जनसत्ता एक्सप्रेस ने बताया था कि मजीठिया से बचने के लिए प्रबंधन ने एजेंसी के सहारे कर्मचारियों को नियुक्त करने का फैसला लिया है और इसके लिए एक कागज पर साइन कराने की तैयारी है पर कर्मचारियों के विरोध के चलते कंपनी ने फरमान को कुछ दिनों के लिए टाल दिया है। पर चलिए जो भी हो कंपनी के उच्च अधिकारियों ने हड़कंप के बाद ही सही फैसला वापस लेकर अपने पुराने साख को बरकरार रखा है जिससे कर्मचारियों में हर्ष है हालांकि कुछ अभी भी दुखी हैं।
आपको बता दें कि सोमवार को कंपनी ने अपने चीफ सब से उपर के कर्मचारियों के वेतन में पचास फीसदी से उपर की कटौती कर दी और सभी को मौखिक सूचना दी गई थी कि सभी लोगों का बचा वेतन बेहतर प्रदर्शन के बाद मिलेगा वह भी तीन से छह माह के बाद। पर इसकी सूचना कर्मचारियों को जैसे ही लगी सभी यूनिटों में विरोध हो गया। एचआर के पास भी कई फोन गए और सभी लोगों ने जानना चाहा कि ऐसा क्यों किया गया। एचआर को भी सफाई देते नहीं बन रहा था। इसलिए उसने माईएयू साइट को बंद करा दिया। पर अब साइट खुल रही है और उसमें जो अपडेट आ रही है उसके अनुसार, अभी भी चीफ सब से उपर के लोगों की सैलरी में 30 फीसदी का अंतर देखा जा रहा है। हालांकि एचआर का कहना है कि सेलरी पूरी मिलेगी पर तीस फीसदी हिस्सा वेतन का भाग नहीं रहेगा। या कहें कि वह आपको बाउचर के रूप में मिलेगा तो गलत नहीं होगा। यही नहीं अब यह प्रदर्शन के अनुसार नहीं बल्कि हर महीने मिलेगा। हालांकि इससे अभी भी लोगों को नुकसान है क्योंकि यह पे स्लीप में नहीं दिखेगा जिससे कहीं और जाने वाले कर्मचारियों को बारगेने करने, सौदा करने में दिक्कत होगी। पर चलिए कुछ तो सुधार हुआ कुछ तो हल निकला पर इतना तो तय है कि संस्थान में कुछ अधिकारी हैं जो कंपनी को छोड़कर अपनी चला रहे हैं या फिर अपना नंबर बढ़ाने के लिए दूसरों के भविष्य के साथ खेल रहे हैं। ऐसे लोगों से कंपनी को सावधान रहना चाहिए जिससे कंपनी की साख बनी रहे।