यूनाइटेड न्यूज पेपर फेडरेशन ने सराहा यूपी के ऐतिहासिक बजट को

आस्था और आर्थिक स्टेट का प्रतीक बन रहा है यूपी : विनेश ठाकुर

अयोध्या में बने भव्य और दिव्य प्रभुराम का मंदिर के साथ ही प्रभुराम को समर्पित योगी सरकार का आठवां ऐतिहासिक सबसे बड़े बजट को लेकर आज लघु और मध्यम अखबारों का संगठन यूनाइटेड न्यूज पेपर फेडरेशन के पदाधिकारियों की एक बैठक विधान केसरी अखबार के दफ्तर में हुई। बैठक में सरकार की की योजनाओं को लेकर विचार-विमर्श हुआ।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए विधान केसरी अखबार के प्रधान सम्पादक विनेश ठाकुर ने कहा कि अयोध्या में बने दिव्य और भव्य प्रभु राम के मंदिर से जहां आस्था का सैलाब उमड़ रहा है वहीं आर्थिक गतिविधियां भी बढ़ी हैं। इसके साथ ही योगी सरकार का आठवां बजट भी प्रभुराम को समर्पित है। इस ऐतिहासिक बजट से यूपी तेजी से तरक्की करने वाला राज्य बन गया है। एक संदेश, यूनाईटेड भारत, कौमी मुकाम, कौमी मंजिल अखबारों के प्रतिनिधि मनोज मिश्र ने कहा कि लघु और मध्यम अखबारों के सामने आर्थिक संकट है। यह संकट इसलिए बढ़ा है यूपी से लेकर केन्द्र सरकार तक लघु मध्यम अखबारों के लिए बनी विज्ञापन नीति का अनुपालन नहीं हो रहा है। सरकार इस समस्या का निस्तारण कराए। जन एक्सप्रेस के सम्पादक अरूण त्रिपाठी ने कहा कि लघु और मध्यम अखबारों के सामने सैकड़ों समस्याएं खड़ी हैं। इन समस्याओं का समाधार संगठन के पदाधिकारी सरकार से वार्ता कर हल करवाएं। नवसत्ता अखबार के विशेष संवाददाता नीरज श्रीवास्तव ने कहा कि यूपी सरकार विज्ञापन नीति की समीक्षा करे और लघु व मध्यम अखबारों विज्ञापन एजेंसियों पर बकाए की वसूली के लिए नो ड्यूज सर्टीफिकेट व्यवस्था लागू करवाया जाए। जिससे लघु और मध्यम अखबारों का विज्ञापन एजेंसियों द्वारा बकाए का भुगतान समय पर हो सके। स्वतंत्र बात की सम्पादिका श्रीमती सरोज त्रिवेदी ने कहा कि सरकार अपनी विज्ञापन नीति की समीक्षा करे। जिससे लघु और मध्यम अखबारों को भी उसका लाभ मिले। डेली न्यूज एक्टिविस्ट का प्रतिनिधित्व करते हुए योगेन्द्र सिंह ने कहा कि विज्ञापन प्रदान करने में विभाग द्वारा की जा रही अव्यवस्था की समस्या का निस्तारण के लिए एक टीम गठित की जाए। यह टीम उन विभागों में जाकर समस्याओं का निस्तारण के लिए प्रयास करेगी। निष्पक्ष दिव्य संदेश अखबार के पत्रकार राजेन्द्र के. गौतम ने कहा कि लघु और मध्यम अखबारों को एकजुट होना चाहिए। यूपी में लघु और मध्यम अखबारों का कोई सशक्त संगठन नहीं है। यह संगठन लघु और मध्यम अखबारों के लिए एक बेहतर व्यवसायिक प्लेटफार्म बनेगा। इस बैठक में कई अखबारों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
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