जनसंदेश टाइम्‍स प्रबंधन ने हस्‍तक्षेप किया, लक्ष्‍मी द्विवेदी ने इस्‍तीफा मुंह पर मारा

jansandeshजनसंदेश टाइम्‍स, वाराणसी के दिन सुधरने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. डाइरेक्‍टर के अनावश्‍यक हस्‍तक्षेप से संपादकीय के लोग परेशान हैं. बताया जा रहा है कि संपादकीय में हस्‍तक्षेप तथा अखबार को अजय राय का पंपलेट बना दिए जाने से नाराज पहले पेज के इंचार्ज तथा वरिष्‍ठ पत्रकार लक्ष्‍मी द्विवेदी ने अखबार से इस्‍तीफा दे दिया है. इस दौरान काफी नोकझोंक भी हुआ.

जानकारी के अनुसार जनसंदेश टाइम्‍स इस समय कांग्रेस प्रत्‍याशी अजय राय की ही खबरें प्रमुखता से प्रकाशित कर रहा है. प्रबंधन के लोग रोज हस्‍तक्षेप करके अजय राय की स्‍थानीय खबरों को प्रमुखता से पहले पन्‍ने पर लगवाते आ रहे थे. सूत्रों का कहना है कि इसी से नाराज संपादक एके लारी छुट्टी पर चल रहे हैं. राजनाथ तिवारी पहले ही संस्‍थान से इस्‍तीफा दे चुके हैं. शुक्रवार को आप के संयोजक तथा वाराणसी से पार्टी प्रत्‍याशी अरविंद केजरीवाल ने रोड शो किया।

रोड शो में अच्‍छी खासी भीड़ जुटी. पत्रका‍रीय दायित्‍व और निष्‍पक्षता के नियमों के तहत पहले पेज के इंचार्ज लक्ष्‍मी द्विवेदी ने रोड शो की खबर को पहले पेज पर लगाने का निर्णय लिया. इसी दौरान डाइरेक्‍टर रीतेश अग्रवाल का फरमान जारी हुआ कि अरविंद केजरीवाल का रोड शो पहले पन्‍ने पर न लगाया जाए, बल्कि शनिवार को होने वाले राहुल गांधी के रो शो के कार्यक्रम को पहले पेज पर स्‍थान दिया जाए. लक्ष्‍मी जी ने प्रबंधन को पत्रकारीय नीति समझाने की कोशिश की, लेकिन वे लोग मानने को तैयार नहीं हुए.

बताया जा रहा है कि इसी से कुपित होकर लक्ष्‍मी द्विवेदी भड़क उठे. उन्‍होंने तत्‍काल अपना इस्‍तीफा लिखा और प्रबंधन के मुंह पर दे मारा. बताया जा रहा है कि वे अनावश्‍यक हस्‍तक्षेप और अखबार को अजय राय का पंपलेट बनाए जाने से इतने नाराज थे कि प्रबंधन को बुरा भला करते हुए आफिस से चले गए. वैसे भी जनसंदेश टाइम्‍स के पत्रकार पिछले एक साल से संघर्ष के साथ ही नौकरी कर रहे हैं. सैलरी तक टाइम से आती नहीं है और प्रबंधन के अनावश्‍यक हस्‍तक्षेप ने हालात को और खराब कर रखा है.

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