NDTV पर सीबीआई छापे के बाद रविश कुमार ने पीएम मोदी को दी ये खुली चुनौती
सोमवार की सुबह सीबीआई द्वारा एनडीटीवी के ऑपरेटर व को-फाउंडर प्रणय रॉय के घर मारी गयी छापेमारी को लेकर मोदी सरकार की आलोचना होनी शुरू हो गई है। मामले में तमाम राजनीतिक दलों से लेकर सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा सरकार के इस कदम की आलोचना करने की बात भी सामने आई है। खबरों के अनुसार सीबीआई द्वारा एनडीटीवी पर मारी गई छापेमारी पर सभी राजनितिक दलों ने मोदी सरकार की आलोचना की है। मामले में आम आदमी पार्टी ने सीबीआई और सरकार को तोता मैना तक बोल दिया है। मामले में कांग्रेस के दिग्गज नेताओ ने भी सीबीआई के इस कदम की निंदा की है।
इसके अलावा जनता भी सोशल मीडिया पर इसकी कड़ी आलोचना करते हुए दिखाई दे रही है। इन सब के चलते एनडीटीवी के पत्रकार रविश कुमार ने अपने बेबाक अंदाज़ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सीधे तौर पर आमने सामने आने का चैलेंज दिया है। यह बात रविश कुमार ने अपने फ़ेसबुक पेज के ज़रिये कही है।
रविश कुमार ने लिखा कि “तो आप डराइये, धमकाइये, आयकर विभाग से लेकर सबको लगा दीजिये। ये लीजिये हम डर से थर थर काँप रहे हैं। सोशल मीडिया और चंपुओं को लगाकर बदनामी चालू कर दीजिये लेकिन इसी वक्त में जब सब ‘गोदी मीडिया’ बने हुए हैं , एक ऐसा भी है जो गोद में नहीं खेल रहा है। आपकी यही कामयाबी होगी कि लोग गीत गाया करेंगे- गोदी में खेलती हैं इंडिया की हज़ारों मीडिया। एन डी टी वी इतनी आसानी से नहीं बना है, ये वो भी जानते हैं। मिटाने की इतनी ही खुशी हैं तो हुज़ूर किसी दिन कुर्सी पर आमने सामने हो जाइयेगा। हम होंगे, आप होंगे और कैमरा लाइव होगा।”
रविश कुमार के इस चुनौती के बाद ट्विटर के एक यूज़र ने प्रधानमंत्री को गुजरात के उस इंटरव्यू की बात याद दिला दी है जब नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और आधा इंटरव्यू छोड़कर ही भाग गए थे। इस यूज़र ने लिखा कि “करण थापर के इंटरव्यू से पानी पीकर भागे थे, रवीश के इंटरव्यू से भाग कर ग्लूकोज चढ़वाना पड़ेगा। आपको याद दिला दे कि इसके पहले भी साल 2016 के 9 नवंबर को एनडीटीवी के प्रसारण को एक दिन के लिए रद्द करने की बात सरकार ने कही थी। उस समय भी सरकार ने गलत आरोप लगाकर एनडीटीवी के खिलाफ कार्रवाई करने का षडयंत्र रचा था लेकिन सरकार तब भी नाकाम हुई थी।
(hindkhabar.com से साभार)