वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान ने अखिलेश यादव पर लगाया गंभीर आरोप…
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सराकरी बंगला खाली करने के बाद जो तस्वीरें सामने आईं उस पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो सरकारी घर में तोड़-फोड के जो आरोप अखिलेश यादव पर लगे हैं, उससे वे बेहद ही गुस्से में हैं। वहीं इस बीच एक कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान ने भी उन पर कई आरोप लगाए हैं।
हिंदी न्यूज चैनल ‘आजतक’ पर बुधवार को प्रसारित हुए ‘दंगल’ कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान ने अखिलेश यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके बंगले में जो फर्नीचर लगा था और जो फर्निशिंग हुई थी, अकेले उसकी ही बिलिंग 21 करोड़ की थी, जिसका भुगतान एक सरकारी विभाग ने किया था। उसे भी अखिलेश यादव अपने साथ ले गए।
इतना ही नहीं बहस के दौरान वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान ने यह भी बताया कि अखिलेश यादव को बहुत बुरा लगता था जब भी कोई इस बंगले के बारे में उनसे सवाल करता था। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर उन्होंने उनसे 22 फरवरी को सवाल पूछा था कि आप मायावती की बड़ी आलोचना करते थे कि उन्होंने 13 ए, माल एवेन्यू रोड पर स्थित अपने बंगले पर 100 करोड़ खर्च कर दिया और आप खुद इस बंगले पर 60-70 करोड़ खर्च कर दिए, इस पर अखिलेश ने कई अन्य लोगों की मौजूदगी में जवाब दिया कि 100 करोड़ नहीं हजार करोड़ खर्च किया है बंगले में, क्या कर लोगे आप? अब हम हट गए हैं जो करना है कर लो।’
हालांकि इसी कार्यक्रम के दौरान मौजूद सपा की प्रवक्ता जूही सिंह ने वरिष्ठ पत्रकार के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि आपने ये बड़ा आरोप लगाया है, जिसे प्रूफ करिए कि कौन सा सरकारी विभाग इसमें शामिल था और इसका बिल भी दिखाइए। इस पर शरत ने कहा कि बिल को उन्होंने अपनी आंखों से देखा है। लेकिन वे बार-बार बिल दिखाने की बात करती रहीं।
गौरतलब है कि बुधवार को अखिलेश यादव ने आवंटित सरकारी बंगले में तोड़-फोड़ के आरोपों पर सफाई देते हुए कहा था कि हमने सरकारी आवास बिल्कुल वैसा ही छोड़ा है जैसे हमे मिला था। अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उन्हें केवल बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले वो घर सीएम के तौर पर मुझे मिलने वाला था। तभी मैंने अपनी पसंद से इसे बनवाया था। फिर उन्होंने टोटी दिखाते हुए कहा ‘आज मैं टोटी यहां लेकर आया हूं, अब सरकार गिनती बता दे तो मैं पूरी टोटी दे दूंगा।‘
बता दें कि बीते 2 जून को अखिलेश यादव द्वारा खाली किए गए सरकारी बंगले से जाने के बाद जब जांच पड़ताल के लिए टीम बंगले पर पहुंची, तो वहां उन्होंने कथित तौर पर की गई तोड़-फोड़ की बात कही। इस दौरान बंगले की कुछ तस्वीरें तुरंत सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई, जिसके बाद से ही खिलेश यादव के बंगले का विवाद शुरू हो गया।