विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर डॉ. सुभाष चंद्रा ने 33 साल पुरानी इस बात को किया याद
'वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे' के मौके पर पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. सुभाष चंद्रा ने देशवासियों को संदेश दिया और बताया कि कैसे जी ग्रुप ने भारत में पहले निजी सेटेलाइट टीवी इंडस्ट्री की नींव रखी थी।
3 मई को हर साल विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। यह दिन लोगों को मीडिया के महत्व से रूबरू करवाने और सच सामने लाने के लिए कई चुनौतियों का सामना कर रहे पत्रकारों को सम्मानित करने के मकसद से मनाया जाता है। ‘विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस’ के मौके पर पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. सुभाष चंद्रा ने ‘जी न्यूज’ के ‘डीएनए’ कार्यक्रम से देशवासियों को संदेश दिया और बताया कि कैसे जी ग्रुप ने ही भारत में सेटेलाइट टीवी इंडस्ट्री की नींव रखी थी। उन्होंने बताया कि कैसे देश में दूरदर्शन के बाद जी ग्रुप ने ही मनोरंजन और खबरें देखने के अधिकार को लोकतांत्रिक रूप दिया था।
डॉ. सुभाष चंद्रा ने कहा कि ये दुर्भाग्य है कि प्रेस फ्रीडम में विश्व में भारत की रैकिंग 180 देशों में 159 नंबर पर है। जब इस बारें में मैं सोच रहा था, तो मेरे दिमाग में पूरी एक फिल्म रीप्ले कर गई। इस देश में मैं निजी सेटेलाइट टेलिविजन के फाउंडर के रूप में भी जाना जाता हूं। 1991 में दूरदर्शन के अलावा कोई दूसरा टेलीविजन चैनल नहीं था और तब मैंने इसकी शुरुआत की थी और आज ये एक इंडस्ट्री बन चुकी है। आज भारत में शायद पांच सौ से ज्यादा निजी टेलीविजन चैनल हैं। लगभग आठ लाख से ज्यादा लोग सीधे तौर पर इस इंडस्ट्री से रोजगार के तौर पर जुड़े हुए हैं। अप्रत्यक्ष रूप से यह संख्या लगभग सत्रह से बीस लाख के करीब हो सकती है, जो लाभार्थी हुए हैं।
इस दौरान डॉ. चंद्रा ने एक पुरानी घटना का जिक्र करते हुए कहा कि मुझे 1991 के दिवाली के समय का वो दिन याद आया, जब उस समय के भारत सरकार के सूचना-प्रसारण मंत्रालय के तत्कलीन सचिव स्वर्गीय श्री महेश प्रसाद जी से उनके दफ्तर में मिलने गया था और जब उनसे कहा कि मैं एक निजी सेटेलाइट टीवी चैनल शुरू कर रहा हूं, लिहाजा कानून के न होते हुए मैं आपको समर्पित करता हूं। जिस तरह से आप दूरदर्शन को निर्देशित करते हैं, उसी तरह से आप इस चैनल को भी निर्देशित कर सकते हैं। इस पर वह नाराज हो गए और नाराजगी भरे लहजे में उन्होंने कहा कि डॉ. चंद्रा मैं आपको यह नहीं करने दूंगा और यदि आप ऐसा करेंगे तो मैं आपको जेल में डाल दूंगा। उन्होंने बताया कि यह सुनकर मैं स्तब्ध रह गया और मैं उनसे यह कहकर निकल आया, मैं तो ऐसा करूंगा, आपको जो करना हैं आप करिए और मुझे जो करना है, वो मैं करूंगा।
डॉ. चंद्रा ने आगे कहा कि आज करीब तेतीस वर्ष बाद भी ऐसा ही कुछ महसूस हो रहा है, पर इसका जिक्र मैं फिर कभी करूंगा, लेकिन आज इतना ही कहूंगा कि जी नेटवर्क को देश-विदेश भारतीय भाषाओं में और दस विदेशी भाषाओं में मिलाकर हर रोज करीब 150 से 155 करोड़ लोग देखते हैं।
इस दौरान डॉ. चंद्रा ने दर्शकों से अपील की कि आप सबका प्यार जी नेटवर्क के साथ, जी न्यूज के साथ बना रहे। इसके लिए मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम भरसक प्रयास करेंगे कि सीधी, सच्ची न्यूज आपके घर तक, आपके मोबाइल्स में हर जगह पहुंचती रहे।
पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. सुभाष चंद्रा का ये पूरा संदेश आप यहां सुन सकते हैं-