1000 करोड़ की नजूल की जमीन कब्जा कराने के मामले में दो और पत्रकार गिरफ्तार
बता दें कि पिछले सप्ताह आज के ही दिन कानपुर के सिविल लाइन्स एरिया में नजूल की एक हजार करोड़ रुपये कीमत की जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा करने का प्रयास किया था. इस मामले में पुलिस ने टीवी पत्रकार अवनीश दीक्षित समेत 33 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया था. बाद में आरोपियों पर एक के बाद कई और मुकदमे हुए थे.
कानपुर में 1000 करोड़ की नजूल की जमीन कब्जा करने के बाद पत्रकार अवनीश दीक्षित को जेल भेजा जा चुका है. इस मामले में पुलिस अवनीश के अन्य पत्रकार साथियों व संरक्षकों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है. इसी कड़ी में आज दो और पत्रकारों को जेल भेजे जाने की सूचना है.
जेल भेजे गए दो पत्रकारों में से एक K न्यूज़ का रिपोर्टर शुभम मिश्रा तथा दूसरा शाश्वत टाइम्स का रिपोर्टर नितिन सिंह बताया जा रहा है. पुलिस लगातार सातवें दिन एक्शन में नजर आ रही है.
शहर पुलिस ने अन्य लोगों की गिरफ्तारी को लेकर कुछ नंबर भी जारी किए थे. इसमें कहा गया था कि पत्रकारिता के नाम पर यदि कोई भी किसी को धमकाता है तो पीड़ित साक्ष्यों व तथ्य के साथ दिए गए नंबरों पर शिकायत कर सकता है. इन दोनों पत्रकारों की गिरफ्तारी व्यापारियों से अवैध वसूली को लेकर की गई है. दोनों के खिलाफ थाना हरबंश मोहाल में शिकायत दर्ज कराई गई थी. इन पर मुकदमा संख्या- 78/24 की धारा 308(2) बीएनएस दर्ज करते हुए जेल भेज दिया गया है.
अवनीश दीक्षित की बढ़ सकतीं मुश्किलें; 15 साल पुरानी फोटो पुलिस के हाथ लगी, खबर के अंदर देखें- फोटो में क्या है खास?
पॉश इलाके सिविल लाइंस में नजूल की 1700 करोड़ की जमीन पर कब्जा के प्रयास का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कमिश्नरेट पुलिस को कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित व उसके साथियों की तकरीबन 15 साल पुराने एक फोटो हाथ लगी है, जिसमें वह लोग ऑटोमैटिक असलहे लिए हुए हैं। पुलिस उस फोटो में दिखने वाले व्यक्ति की पहचान करने के साथ असलहों के बारे में जानकारी जुटाने में लग गई है। फोटो में कुल आठ लोग हैं, जिनमें से कुल पांच लोग पत्रकारिता से जुड़े हैं। भरोसेमंद सूत्रों ने बताया कि ये फोटो गंगाबैराज के पास एक गांव की है।
अफसरों के पास पहुंचे पांच प्रार्थना पत्र
पूरे नैकसेस को जा रहा खंगाला
एडिशनल सीपी कानून व्यवस्था हरीश चंदर ने बताया कि नजूल की भूमि को कब्जे करने के मामले मे जो भी आरोपी है, उन्हें कतई नहीं बख्शा जाएगा। नामजदों की गिरफ्तारी के लिए लगातार आरोपियों के घर कई थानों का फोर्स एसीपी के नेतृत्व में छापेमारी कर रहे हैं। पुलिस की और टीमें दिल्ली, आगरा गई थी लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
उन्होंने बताया कि पूरे मामले में नामजद आरोपियों की पत्नियों के नाम से रुपये लगाए हैं, इसकी जानकारी हुई है। बताया कि आरोपियों के आय के स्त्रोत देखे जा रहे हैं। उनकी कहां-कहां संपत्तियां हैं, वह भी खंगाली जा रही हैं। किस खाते में किसको रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है, वह भी देखा जा रहा है। अफसर के अनुसार ग्वालटोली में एक स्थान पर शादी विवाह के कार्यक्रम हो रहे थे, उसका पैसा कौन कौन ले रहा था, इसकी भी जानकारी की जा रही है।
पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष पर बढ़ीं संगठित अपराध की धाराएं, CJM कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई पेशी
पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अवनीश दीक्षित की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। शनिवार को कोतवाली पुलिस ने पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष पर दर्ज डकैती व लेखपाल की ओर से नजूल की जमीन कब्जाने के प्रयास में दर्ज कराए गए मुकदमें में संगठित अपराध की धाराएं बढ़ा दी है। पुलिस ने कोर्ट में प्रपत्र दाखिल किए, इस दौरान अवनीश की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई।
वहीं सिविल लाइंस निवासी सैमुएल गुरुदेव ने डकैती, रंगदारी, छेड़छाड़ समेत अन्य संगीन धाराओं में अवनीश समेत 12 नामजद व 20 से 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने अवनीश को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। दोनों मुकदमों में पुलिस ने जांच कर संगठित अपराध की धाराओं की बढ़ोत्तरी करने के लिए कोर्ट से समय मांगा था।
शनिवार को कोतवाली पुलिस ने लेखपाल की ओर से दर्ज कराए मुकदमे में संगठित अपराध व साजिश की धाराएं बढ़ाई, जबकि डकैती के मुकदमें में साजिश की धाराओं में पहले ही मुकदमा दर्ज था, जिस कारण इस मुकदमें में संगठित अपराध की धाराओं में बढ़ोत्तरी की गई। कोतवाली पुलिस ने सीजेएम कोर्ट में दोनों मुकदमों में बढ़ी धाराओं के प्रपत्र दाखिल किए।