योगी सरकार की नाक के नीचे इतना बड़ा भ्रष्टाचार, प्रशासन खामोश
उर्दू अकादमी में मीडिया को-ऑर्डिनेटर पर भारी वित्तीय अनियमितता का आरोप
आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से नियुक्त मीडिया को-ऑर्डिनेटर आलोक श्रीवास्तव ने अपने प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए अकादमी के कार्यक्रमों से संबंधित धनराशि को अपने परिवार के सदस्यों के खातों में नियमित रूप से स्थानांतरित कराया।
उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी में एक गंभीर वित्तीय अनियमितता का मामला प्रकाश में आया है, जिसमें आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से नियुक्त मीडिया को-ऑर्डिनेटर आलोक श्रीवास्तव पर अकादमी की धनराशि को अपने परिवार के खातों में स्थानांतरित कराने सहित कई गम्भीर आरोप लगे हैं।
आलोक श्रीवास्तव ने अपने प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए अकादमी के कार्यक्रमों से संबंधित धनराशि को अपने परिवार के सदस्यों के खातों में नियमित रूप से स्थानांतरित कराया। आरोप है कि उन्होंने अपनी पत्नी माधवी निगम (बैंक ऑफ इंडिया तिवारी गंज शाखा), भाई अनुराग श्रीवास्तव (बैंक ऑफ बड़ौदा मुंशीपुलिया शाखा) और पुत्री के खातों में धनराशि अंतरित की। पड़ताल में यह भी पता चला कि यह अनियमितता लंबे समय से जारी थी, लेकिन जब वर्तमान अकादमी के सचिव शौकत अली के संज्ञान में मामला आया, तो उन्होंने इस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी। इसके साथ ही उन्होंने इन परिवार के सदस्यों की जगह दक्ष और विशेषज्ञ लोगों को काम सौंपा।
कर्मचारियों को भड़का कर करवाया कार्य बहिष्कार
आलोक श्रीवास्तव ने अन्य कर्मचारियों को भड़काने की कोशिश की। उन्होंने उन्हें अपने पक्ष में लाने के लिए एक फोटो खिंचवाई सचिव शौकत अली ने अनियमितताओं पर रोक लगाने के बाद अकादमी के कार्यक्रमों में सुधार की दिशा में कई कदम उठाने का दावा किया है। उन्होंने मीडिया को-ऑर्डिनेटर के परिवार के सदस्यों को हटाकर विशेषज्ञों की मदद से अकादमी के यूट्यूब चैनल के कार्यक्रमों का निर्माण शुरू कराया। इससे इन कार्यक्रमों की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। इस मामले में शासन को जानकारी दी जा चुकी है और सभी पहलुओं पर गहनता से छानबीन की जा रही है। सचिव ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और अनुशासनहीनता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।