बोला था न उलटा-सीधा सवाल नहीं करेंगे… अवध ओझा ने बीच में छोड़ा BBC का इंटरव्यू, AAP पदाधिकारियों ने बंद करवाया कैमरा: सर सर… करता ही रह गया रिपोर्टर
AAP के पदाधिकारियों ने BBC का इंटरव्यू बीच में ही रुकवा दिया। कैमरा बंद करवा दिया। रिपोर्टर सर सर… कर अवध ओझा की मनुहार करता रह गया पर सर यह कहकर इंटरव्यू छोड़ गए कि पार्टी लाइन डिसाइड करेगी।
इस पूरे इंटरव्यू से यह तो साफ है कि आम आदमी पार्टी के नेता जो इंटरव्यू देते हैं वह असल में ‘फिक्स’ रहता है। रिपोर्टरों को पहले ही बता दिया जाता है कि वे किस तरह का सवाल करेंगे। किस तरह के सवाल नहीं करने हैं।
अवध ओझा ताजा-ताजा आपिए बने हैं। दिल्ली की ‘शिक्षा क्रांति’ से प्रभावित होकर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की मौजूदगी में AAP का पट्टा पहना है। आप में शामिल होने से पहले UPSC की तैयारी करने वाले छात्रों के ‘ओझा सर’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैन हुआ करते थे। कहते हैं कि बीजेपी से टिकट न मिलने पर उनका मन राहुल गाँधी के लिए भी डोला। कथित तौर पर बीएसपी ने उनको टिकट भी दे दिया था। पर आखिरकार राजनीति की पाठशाला में उन्हें ठौर AAP में आकर मिला है।
मीडिया की एक वामपंथी दुकान है ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन, यानी की BBC। एक मास्टर साहब हैं अवध ओझा, जो संघ लोक सेवा आयोग यानी की UPSC की प्रतियोगी परीक्षा की कोचिंग देते हैं। एक राजनीतिक दल है आम आदमी पार्टी, यानी की AAP। वैसे हैं तो तीनों एक ही थैली के चट्टे-बट्टे पर कभी-कभी ‘हित’ देख एक-दूसरे की दुकान बंद कराने की भी कोशिश कर लेते हैं।
ऐसी ही एक ताजा कोशिश में AAP के पदाधिकारियों ने BBC का इंटरव्यू बीच में ही रुकवा दिया। कैमरा बंद करवा दिया। रिपोर्टर सर सर… कर अवध ओझा की मनुहार करता रह गया पर सर यह कहकर इंटरव्यू छोड़ गए कि पार्टी लाइन डिसाइड करेगी।
अवध ओझा ताजा-ताजा आपिए बने हैं। दिल्ली की ‘शिक्षा क्रांति’ से प्रभावित होकर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की मौजूदगी में AAP का पट्टा पहना है। आप में शामिल होने से पहले UPSC की तैयारी करने वाले छात्रों के ‘ओझा सर’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैन हुआ करते थे। कहते हैं कि बीजेपी से टिकट न मिलने पर उनका मन राहुल गाँधी के लिए भी डोला। कथित तौर पर बीएसपी ने उनको टिकट भी दे दिया था। पर आखिरकार राजनीति की पाठशाला में उन्हें ठौर AAP में आकर मिला है।
इसके बाद से वे लगातार इंटरव्यू देकर अपने पुराने बयानों पर सफाई दे रहे हैं। बता रहे हैं कि क्यों वे आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं। वगैरह, वगैरह। इसी क्रम में उनका एक इंटरव्यू बीबीसी के लिए अंशुल सिंह ने लिया है। बीबीसी न्यूज हिंदी के यूट्यूब पर जारी किया गया यह इंटरव्यू 8 मिनट का 31 सेकेंड का है।
इसके बाद बीबीसी का रिपोर्टर कहता है- नहीं सर से नॉर्मल सवाल ही कर रहे हैं। वह अवध ओझा से भी पूछता है कि सर ऐसा कोई आब्जेक्शनल सवाल आपसे क्या किया? इस पूरी बातचीत के दौरान मुंडी हिलाते रहे अवध ओझा अचानक से कहते हैं कि देखो पार्टी लाइन डिसाइड करेगी, ये तो ये लोग डिसाइड करेंगे। इतना कहकर वे माइक निकाल देते हैं और बीबीसी का कैमरा बंद हो जाता है।
इसके बाद बीबीसी ने यूट्यूब चैनल पर जो वीडियो जारी किया है उस पर लिखा आता है आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों ने इसके बाद यह इंटरव्यू जारी नहीं रहने दिया और रिकॉर्डिंग रुकवा दी। इसका स्क्रीनशॉट आप नीचे देख सकते हैं।
इसके बाद बीबीसी ने यूट्यूब चैनल पर जो वीडियो जारी किया है उस पर लिखा आता है आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों ने इसके बाद यह इंटरव्यू जारी नहीं रहने दिया और रिकॉर्डिंग रुकवा दी। इसका स्क्रीनशॉट आप नीचे देख सकते हैं।
इसके बाद बीबीसी का रिपोर्टर पूछता है कि पहले आप मोदी और राहुल गाँधी की तारीफ करते थे। आप में शामिल होने के बाद भी क्या आप इसे जारी रखेंगे? यही वो सवाल है जिसका जवाब अवध ओझा दे रहे थे जब पीछे से आकर किसी व्यक्ति ने इस इंटरव्यू को बंद करवा दिया।बीबीसी द्वारा जारी किए गए इंटरव्यू में उस व्यक्ति का चेहरा नहीं दिखता जो पीछे से रिपोर्टर को हड़का रहा है और आगे इंटरव्यू नहीं होने देता है। लेकिन इस पूरे इंटरव्यू से यह तो साफ है कि आम आदमी पार्टी के नेता जो इंटरव्यू देते हैं वह असल में ‘फिक्स’ रहता है। रिपोर्टरों को पहले ही बता दिया जाता है कि वे किस तरह का सवाल करेंगे। किस तरह के सवाल नहीं करने हैं।