मजीठिया नहीं चाहिए के लिए अब प्रभात खबर में कराया जा रहा है हस्ताक्षर
मजीठिया वेजबोर्ड को लेकर मीडिया हाउस कितना संवेदनहीन हो गए है, इसका ताजा उदाहरण प्रभात खबर में इस समय देखने को मिल रहा है जब इसके ही संपादक हरिवंश जी राज्यसभा टीवी पर मजीठिया पर अपनी बात रख चुके हैं. वहीं दूसरी तरफ उन्हीं की कंपनी में अब मजीठिया नहीं चाहिए के लिए साइन कराया जा रहा है। मसलन मीडिया हाउस न सिर्फ सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ठेंगे पर रहे हैं बल्कि अराजक स्थिति बनाए हुए हैं।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार मीडिया हाउसों को पत्रकारों एवं गैर पत्रकारों को 11.11.2011 से 31.03.14 तक एरियर का भुगतान करते हुए 01.04.14 से नया वेतनमान लागू करना था. लेकिन कंपनियों ने इस फरमान को हवा कर दिया और कई कंपनियों ने मजीठिया नहीं चाहिए के लिए अपने कर्मचारियों से साइन भी करा लिया, जिसमें जागरण, भास्कर, पत्रिका का नाम प्रमुख है। सूत्रों का कहना है कि इसी कड़ी प्रभात खबर का नाम भी जुड़ गया है। प्रभात खबर प्रबंधन जमशेदपुर, धनबाद में नए सिरे से जॉइनिंग कराने के नाम पर खाली फॉर्मेट में सभी कर्मचारियों से हस्ताक्षर करा रहा है। चर्चा है कि इसके बाद प्रभात खबर के अन्य यूनिट में यह हस्ताक्षर कराया जायेगा. नैतिकता की दुहाई, गरीबों का मसीहा, समाज की आवाज बनने का दंभ भरने वाला प्रभात खबर आज अपने ही कर्मियों के शोषण में जुट गया है।