केस वापस लेने के लिए 20 लाख और नौकरी का ऑफर: जगेंद्र के पिता
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के मृतक पत्रकार जगेंद्र सिंह के पिता ने आरोप लगाया है कि कुछ लोग उन्हें अपने बेटे की हत्या का केस वापस लेने के लिए पैसे लेने का दबाव बना रहे हैं। जगेंद्र के 65 साल के पिता सुमेर सिंह ने कहा है कि कुछ लोगों ने उन्हें केस वापस लेने के लिए 20 लाख रुपए और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी ऑफर की है। उन्होंने इस बारे में पुलिस से भी शिकायत की है।
सुमेर सिंह ने रविवार को पुलिस से की लिखित शिकायत में कहा कि वह अपने बेटे की मौत के बाद होने वाले संस्कारों में व्यस्त थे। शनिवार रात को उनके पास एक शख्स आया, जो यूपी सरकार में मंत्री और इस हत्या के आरोपी राम मूर्ति वर्मा का जन संपर्क अधिकारी होने का दावा कर रहा था। सुमेर सिंह को केस वापस न लेने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी गई। जगेंद्र सिंह को पुलिस वालों ने 1 जून को उनके घर में रेड के दौरान कथित तौर पर पुलिस वालों ने अाग लगा दी थी। बाद में 8 जून को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। आरोप हैं कि यह रेड जगेंद्र सिंह के यूपी सरकार में मंत्री राम मूर्ति वर्मा के खिलाफ जमीन कब्जाने और भ्रष्टाचार के मामले में कई फेसबुक पोस्ट लिखने पर की गई थी। इसके अलावा जगेंद्र सिंह ने राम मूर्ति और उनके गुंडों पर रेप का आरोप लगाने वाली एक आंगनबाड़ी वर्कर की मदद की कोशिश भी की थी। शनिवार को जगेंद्र सिंह के घर पर रेप पीड़ित आंगनबाड़ी वर्कर का वकील भी गया था। सुमेर सिंह का कहना था कि इस दौरान उनके घर पर पड़ोसी भी थे। उन्होंने मिलकर इन दोनों को वहां से भगाया। जगेंद्र सिंह के बेटे राहुल ने बताया, ‘ये दोनों पहले भी हमारे घर पर आ चुके हैं। शनिवार को उन्होंने मां और दादी को बुलाकर 20 लाख रुपए और एक सरकारी नौकरी देने का वादा किया।’ इन दोनों ने जगेंद्र के घरवालों से अनशन तोड़ने को कहा और वादा किया कि एक वरिष्ठ मंत्री उनके घर आकर इस मामले की निष्पक्ष जांच की घोषणा करेंगे।