तीन बार बदली पत्रकार जगेंद्र की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट
जगेन्द्र की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कई खामियां हैं। डॉक्टरों ने पोस्टमॉर्टम के दौरान तीन बार उसकी मौत के कारण को बदला। इसके चलते रिपोर्ट में ओवर राइटिंग और कांट-छांट की गई। यही नहीं, शाहजहांपुर के अस्पताल से लेकर लखनऊ में पोस्टमॉर्टम होने तक जगेन्द्र के जलने का प्रतिशत भी बढ़ता गया। फॉरेंसिक एक्सपर्ट की जांच में ऐसे ही कई झोल सामने आए हैं। हालांकि इनके बावजूद फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स अपनी रिपोर्ट में जगेन्द्र की मौत को खुदकुशी और हादसे के बीच ही बताने जा रहे हैं। मंगलवार तक फॉरेंसिक रिपोर्ट शाहजहांपुर पुलिस को मिलने की उम्मीद है। जानकारी के मुताबिक जगेन्द्र का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर उसकी मौत के कारण को लेकर संशय में थे। पहले डॉक्टरों ने जगेन्द्र की मौत की वजह सेप्टीसीमिया को लिखा। इसके बाद मौत का कारण कॉर्डियो रिस्पायरेटरी फेल्योर बताया। तीसरी बार डॉक्टरों ने जगेन्द्र की मौत की वजह सेप्टीसेमिया के चलते पल्मॉनरी फेल्योर बताया।
हालांकि फॉरेंसिक एक्सपर्टस ने जगेन्द्र की मौत होने और उसके पहले की मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर मौत की वजह रीनल शटडाउन को माना है। फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स के मुताबिक जगेन्द्र की किडनी खराब हो गई थीं। उसकी यूरिया का स्तर दोगुने से ज्यादा हो गया था। जगेन्द्र के शरीर में जगह-जगह पस भी पड़ गया था। उनमें इनफेक्टेड ब्लड पाया गया है। इसके चलते फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स का मानना है कि सेप्टीसेमिया और रीनल फेल्योर जगेन्द्र की मौत का कारण बना।
खुद आग लगाई
जांच करने वाले फॉरेंसिक एक्सपर्टस अपनी रिपोर्ट में जगेन्द्र द्वारा खुद आग लगाने की बात कह रहे हैं। इसके पीछे उनका तर्क है कि जगेन्द्र का दाहिना हाथ सुरक्षित है। लेफ्ट हैंड जला है। अगर उसे किसी ने जलाया होता तो दोनों हिस्सों में आग लगी होती। जगेन्द्र भी दाहिने हाथ से काम करता था। इसलिए एक्सपर्टस अपनी रिपोर्ट में यह दर्शा रहे है कि उसने खुद आग लगाई।
धरने पर बैठे युवक को मिली धमकी
शाहजहांपुर में न्याय की मांग पर जगेन्द्र के परिवारीजनों के साथ धरने पर बैठे सलमान को जान से मारने की धमकी मिली है।