आईना के स्थापना दिवस पर पदाधिकारियों की बैठक, समाचार पत्रों पर लगाए जा रहे अंकुश की निंदा

र्तमान समय में पत्रकारों और समाचार पत्रों पर शासन प्रशासन द्वारा लगाए जा रहे अंकुश को लेकर विशेष चर्चा की गई

लखनऊ। ऑल इंडिया न्यूज़ पेपर एसोसिएशन के राष्ट्रीय कार्यालय पर आज संगठन के 18 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में कार्यक्रमों की रूपरेखा को तैयार करने के लिए कोर कमेटी की बैठक हुई।
कई विषयों पर बातचीत के दौरान सबसे महत्वपूर्ण वार्ता हुई की वर्तमान समय में पत्रकारों और समाचार पत्रों पर शासन प्रशासन द्वारा लगाए जा रहे अंकुश को लेकर विशेष चर्चा की गई। जो पत्रकार साथी पत्रकारिता में कलम पाबंद हुआ करते थे उन कलमों पर पाबंदी के बादल मंडराते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। लगता है हम कलम के सिपाहियों को अब पाबंद होकर नहीं बल्कि पाबंदी के साथ लिखना होगा। सवाल यह भी उठता है कि हमारे द्वारा लिखे गए समाचारों को क्या अब सरकार बताएगी कि हमें कौन सा समाचार प्रकाशित करना है या कौन सा समाचार नहीं प्रकाशित करना है। क्या सूचना विभाग की तरह कोई एक नया ऐसा विभाग बनाया जाएगा जिसमें सभी पत्रकार अपने-अपने समाचारों को प्रेषित कर उनके रिकमेंडेशन के आधार पर समाचार प्रकाशित करेंगे ।
यह विचारणीय विषय है। जब देश स्वतंत्रता दिवस का 77 वीं वर्षगांठ मना रहा था, तो ऐसे में समाचार पत्रों को सरकार एवं जिला प्रशासन के खिलाफ खबरें प्रकाशित करने के रोकथाम के लिए एक फरमान श्रीमान संजय प्रसाद द्वारा जारी करते हुए चेतावनी दी गई कि सरकार एवं जिला प्रशासन की छवि धूमिल करने का प्रयास करने वाले समाचार पत्रों पर कार्यवाही की जाएगी। जबकि प्राविधान यह है, जो न्याय संगत भी है और नियमावली के अनुरूप भी , यदि कोई समाचार पत्र गलत तथ्यों पर आधारित समाचार प्रकाशित करता है तो उसकी शिकायत प्रेस काउंसिल आफ इंडिया के माध्यम से दर्ज कराकर कार्रवाई की जाती है। यह पूरे भारत का प्राविधान है। फिर उत्तर प्रदेश में नया कानून कैसा ? । इस तरह से समाचार पत्रों मीडिया कर्मियों पत्रकारों और समाचार पत्रों पर अंकुश लगाए जाने के इस आदेश की ऑल इंडिया न्यूज़ पेपर एसोसिएशन निंदा करता है।देश के चौथे स्तंभ की आवाज को दबाए जाने और समाचार पत्रों के खिलाफ लागू किए गए एक प्रकार के सेंसर की भर्त्सना करता है। इस लोकतांत्रिक राज्य में चौथे स्तंभ की रक्षा के लिए सभी समाचार पत्रों, उनके प्रबंधको और पत्रकारों को लाम बंद होकर इस तरह के फरमान के खिलाफ आवाज उठानी होगी।
यदि सरकार द्वारा यह आदेश वापस नहीं लिया गया तो ऑल इंडिया न्यूज़ पेपर एसोसिएशन के पदाधिकारी सांकेतिक धरना देंगे।
आईना की बैठक में आईना के 18 वर्ष पूर्ण होने पर इसकी स्थापना दिवस को लेकर सभी पदाधिकारियों ने केक काटकर खुशियां जाहिर की।
बैठक में उपस्थित होने वालों में, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डीपी शुक्ला, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव संत प्रसाद शुक्ला, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव लईक अहमद, प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह, आईना महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्षा गुरमीत कौर, महिला प्रकोष्ठ की उपाध्यक्ष रंजना सिंह राठौड़, प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल तिवारी , परितोष रंजन , आलोक निगम, ज्ञानी त्रिवेदी, एसपी गुप्ता, गौरव सोनकर, सीनियर फोटोग्राफर अतहर रजा, सहित कई पत्रकार पदाधिकारी मौजूद रहे।

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