स्मृति ईरानी के दूरदर्शन ने गुजरात का नया मुख्यमंत्री चुन लिया है

लगता है दूरदर्शन के एंकर और प्रोड्यूसर भांग खाकर काम कर रहे हैं। सरकार कांग्रेस की हो या भाजपा की। जब योग्यता नहीं जोड़-जुगाड़ से भर्तियां होती हैं तब यही हाल होता है। यूं तो मैं दूरदर्शन देखता नहीं। मगर, मंगलवार को दिल ने कहा-चलो, खैर खबर लेते है। तीन बजे का बुलेटिन चल रहा था। अचानक एंकर साहिबा के मुंह से निकली गुजरात की एक खबर ने चौंका दिया। पुरुषोत्तम रुपाला को कई बार गुजरात का सीएम बता डाला। दिमाग ठनक गया कि जुलाई में केंद्रीय मंत्री बने रूपाला कब सीएम बने। हमें लगा कि शायह हमीं अज्ञानी हैं। कई बार गूगल चेक किया। फिर जब आश्वस्त हो गए तो भाई फिर तो खबर लिखना बनता था।

खबरों के प्रसारण में ऐसी लापरवाहियां कई चीजें दर्शातीं हैं। मसलन,  प्रोड्यूसर और एंकर पढ़ते-लिखते भी नहीं क्या। सामान्य ज्ञान इतना कमजोर है कि राज्यों के मुख्यमंत्री का नाम भी नहीं जानते।  कभी चीन के राष्ट्रपति XI जिनपिंग के नाम का अलेवन जिनपिंग उच्चारण कर दूरदर्शन की एंकर ने इस सरकारी चैनल को हंसी का पात्र बना दिया था। लगा कि इसके बाद दूरदर्शन के अफसर ठीक से स्टाफ की निगरानी करेंगे। उन्हें जागरूक रहने की नसीहत देंगे।  मगर, इस बार तो लापरवाही की हद पार हो गई। मंगलवार को दूरदर्शन पर तीन बजे के न्यूज बुलेटिन पर एक खबर ने सुधी दर्शकों को चौंका दिया।

केंद्रीय मंत्री को बना दिया मुख्यमंत्री

एंकर जब न्यूज पढ़ रहीं थीं तो पुरुषोत्तम रुपाला को गुजरात का मुख्यमंत्री बताया। यह सुनकर दर्शक चौंक पड़े। पहले तो लगा कि शायद एंकर के मुंह से गलती से निकल गया। मगर बाद में जब रुपाला का वीडियो चलने लगा, उसके नीचे भी उनके परिचय में मुख्यमंत्री लिखा गया।

इससे साफ पता चला कि जिस भी प्रोड्यूसर ने बुलेटिन तैयार किया, उसे यह तक पता नहीं कि गुजरात का मुख्यमंत्री विजय रुपानी हैं न कि पुरुषोत्तम रुपाला।

यहां बता दें कि जिस पुरुषोत्तम को गुजरात का मुख्यमंत्री बताया गया, वे गुजरात से राज्यसभा सांसद हैं। जुलाई में उन्हें कैबिनेट विस्तार के दौरान मोदी ने अपनी टीम में बतौर मंत्री शामिल किया।

 

नीचे वीडियो में देखिए, दूरदर्शन का अज्ञान

 

और भी कई गलतियां

ऐसा लगता है कि दूरदर्शन में जोड़-जुगाड़ से ही तमाम नियुक्तियां हो रहीं हैं। योग्यता को नजरअंदाज कर लिंक के आधार पर लोगों को नौकरी मिल रही। तभी दूरदर्शन में बुलेटिन से लेकर ट्वीट तक में गलतियां निकल रही है।

अभी  हाल में जम्मू-कश्मीर में जवान शहीद हुआ तो दूरदर्शन के ट्वीट में जवान की मौत लिखा गया। जिस पर लोगों ने रिट्वीट कर सवाल उठाए कि क्या शहीद लिखने में दूरदर्शन को शर्म का अनुभव हो रहा है क्या

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