लखनऊ के दो पत्रकार मो. कामरान व सौरभ मौर्या पर दर्ज हुआ मुक़दमा

आरोप है कि दोनों पत्रकारों ने महिला के खिलाफ की गई अश्लीलता फैलाने सम्बंधी विभागीय शिकायती पत्र अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप पर लीक कर दिया था. इस पत्र में महिला का नाम व मोबाइल नंबर भी दर्ज था. जिसके बाद महिला के फोन पर ऊल-जलूल फोन आने शुरू हो गये, जिसके बाद महिला की तरफ से कम्प्लेन दर्ज कराई गई.

लखनऊ के दो पत्रकार मो. कामरान व सौरभ मौर्या पर दर्ज हुआ मुक़दमा, दोनों पत्रकारों ने महिला के खिलाफ की गई अश्लीलता फैलाने सम्बंधी विभागीय शिकायती पत्र अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप पर लीक कर दिया था. इस पत्र में महिला का नाम व मोबाइल नंबर भी दर्ज था. जिसके बाद महिला के फोन पर ऊल-जलूल फोन आने शुरू हो गये, जिसके बाद महिला की तरफ से कम्प्लेन दर्ज कराई गई.

आरोप है कि दोनों पत्रकारों ने महिला के खिलाफ की गई अश्लीलता फैलाने सम्बंधी विभागीय शिकायती पत्र अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप पर लीक कर दिया था. इस पत्र में महिला का नाम व मोबाइल नंबर भी दर्ज था. जिसके बाद महिला के फोन पर ऊल-जलूल फोन आने शुरू हो गये, जिसके बाद महिला की तरफ से कम्प्लेन दर्ज कराई गई. दरअसल,विद्युत
वितरण खण्ड के कर्मचारियों की तरफ से यूपी कार्पोरेशन लिमिटेड, शक्ति भवन में एक शिकायती पत्र भेजकर कहा गया था कि यहां के अधिशासी अभियंता एक महिला कर्मी को अपने केबिन में बुलाकर तमाम देर के लिए बंद हो जाते हैं, यहां तक की एक दिन अभियंता महोदय महिला कर्मी को गोद में बिठाए पाए गये. पत्र में कहा गया है कि इससे विद्युत वितरण खण्ड का माहौल खराब होने के साथ विभाग की इज्जत पर बट्टा लग रहा है.

यह पत्र लखनऊ के मो. कामरान व सौरभ मौर्या नामक दो पत्रकारों द्वारा अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप में लीक कर दिया गया. शिकायत में महिला ने कहा कि, इस ग्रुप में बिजली विभाग से जुड़े कई अफसर और कर्मचारी जुड़े थे, जिससे उसके नाम व पहचान को दाग लगा है. महिला की तरफ से थाने में शिकायत दर्ज करा दी गई.

लखनऊ कमिश्नरेट के पश्चिम स्थित थाना वजीरगंज में मुकदमा संख्या 392 की धारा 66 (सूचना प्रौद्योगिकी संशोधन अधिनियम) के तहत दोनों पत्रकारों पर 29 दिसंबर 2023 को मुकदमा लिखा गया है.

इस मामले में लखनऊ के दोनों पत्रकारों से सम्पर्क करने पर मो. कामरान ने तबियत खराब होने का हवाला देकर बात करने में असमर्थता जताई. वहीं सौरभ मौर्या ने बताया कि, ‘यह पत्र गलती से चला गया था. चूंकी वह ग्रुप के एडमिन हैं और उसी बिहाफ पर मुकदमा फाइल कर दिया गया.’ संस्थान का नाम पूछने पर सौरभ ने कामरान से बात कर हमें बताने की बात कहकर फोन रख दिया.

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