बेटे की मौत का सदमा नहीं सह सका पिता, निधन

white roseदेहरादून। वरिष्ठ पत्रकार डा. उमाशंकर थपलियाल और उनके पत्रकार पुत्र भवानी शंकर का आज श्रीनगर (गढवाल) में दिल का दौरा पडने से निधन हो गया।
यहां प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री भवानी शंकर का सुबह श्रीनगर के बेस अस्पताल में दिल का दौरा पडने से निधन हुआ और डा. थपलियाल पुत्र के निधन का सदमा नहीं सहन कर पाये तथा कुछ क्षणों में ही उन्हें भी दिल का दौरा पडा और उन्होंने प्राण त्याग दिये। श्री भवानी शंकर सीने में हल्का दर्द होने पर खुद कार चलाकर अस्पताल पहुंचे। वहां उन्हें दिल का दौरा पडा और उनकी मृत्यु हो गयी। बहत्तर वर्षीय डा. थपलियाल उस समय मंदिर गये हुए थे। पुत्र के अस्पताल जाने की सूचना मिलने पर वह उन्हें देखने गये। वहां पुत्र का पार्थिव शरीर देखकर उन्हें सदमा लगा और उनका भी निधन हो गया। पत्रकार पिता-पुत्र का अचानक निधन होने से यहां पत्रकार जगत स्तब्ध रह गया। पत्रकारों तथा विभिन्न दलों के नेताओं और सामाजिक संगठनों ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इसे बहुत दुखद घटना बताते हुए शोक संतप्त परिवार के प्रति संवदेना व्यक्त की है। अगस्त 1942 में कर्ण प्रयाग में जन्मे डा. थपलियान 1962 में पत्रकारिता में आये थे।

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