माल्या की गिरफ्तारी की खबर मात्र से कांप उठे कई नेता और पत्रकार
लंदन से बहुत बड़ी खबर देश को मिल चुकी है। जैसे ही हिंदुस्तान में ये खबर आई कि मंगलवार की सुबह स्कार्टलैंट यार्ड पुलिस ने देश के भगोड़े विजय माल्या को लंदन से गिरफ्तार कर लिया है। देश की सियासत में एक तरह का हड़कंप मचता हुआ नजर आया। बेहद विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक माल्या की गिरफ्तारीे ने देश के कई नेताओं और पत्रकारों के पसीने छुड़ा दिए हैं। माल्या के करीबी नेताओं और पत्रकारों को अब इस बात का डर सता रहा है कि कहीं भारत आने पर उनकी पोल-पट्टी ना खुल जाए। जिसकी पूरी उम्मीद है। माना जा रहा है कि माल्या की गिरफ्तारी के बाद देश के भीतर कई सनसनीखेज खुलासे होंगे। जो कई नेताओं के सियासी करियर को तबाह कर सकते हैं।
इसके अलावा उसके करीबी पत्रकारों पर भी गाज गिर सकती है जो उसके तमाम धंधों में उसे मदद पहुंचाया करते थे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस वक्त दिल्ली से लेकर मुंबई तक की सियासत में हड़कंप मचा हुआ है। कुछ नेताओं ने तो अभी से ही बचने के रास्ते भी तलाशने शुरु कर दिए हैं। विजय माल्या देश का बहुत बड़ा कारोबारी था ऐसे में उसके ताल्लुकात कई बड़े नेताओं से रहे हैं। कईयों के साथ उसका उठना बैठना था। उसे विदेश भगाने में मदद पहुंचाने के आरोप भी कई नेताओं पर लगते रहे हैं। इसके अलावा पिछली सरकारों पर भी ये आरोप लगते रहे हैं कि उन्होंने आउट आफ वे जाकर माल्या को मदद पहुंचाने की कोशिश की। माल्या से जुड़े नेताओं और पत्रकारों की नजर इस वक्त सिर्फ इसी खबर पर टिकी हुई है।
वहीं दूसरी ओर बताया जा रहा है कि माल्या को पहले वेस्टमिंस्टर कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसके साथ ही भारत सरकार ने उसे हिंदुस्तान लाने की कोशिशों में भी जुट गई है। सूत्र बताते हैं कि मोदी सरकार की कोशिशों के बाद ही विजय माल्या को लंदन में गिरफ्तार किया गया है। माल्या पर भारतीय बैंकों का करीब नौ हजार करोड़ रुपए का कर्ज है। भारत सरकार की ओर से माल्या को भगोड़ा घोषित किया जा चुका है। दरसअल, पिछले साल जैसे ही माल्या को लगा कि सरकार उस पर दवाब बना रही है उस पर जल्द ही कार्रवाई हो सकती है वो दो मार्च को देश छोड़कर लंदन भाग गया था। जिसके बाद भारत सरकार ने यूके की सरकार से मदद भी मांगी थी। माल्या पर मनी लॉड्रिंग के भी आरोप हैं।
अगर भारत सरकार माल्या को हिंदुस्तान लाने में कामयाब रहती है तो उसके यहां पर आते ही ईडी और सीबीआई विजय माल्या से कड़ी पूछताछ करेगी। अगर उसके प्रत्यपर्ण में एक फीसदी किसी तरह की कानूनी पेचीदगी आती है (जिसकी उम्मीद काफी कम है) तो सूत्र बताते हैं कि ईडी और सीबीआई के अधिकारी लंदन जाकर भी उससे पूछताछ कर सकते हैं। लेकिन, इन सारी बातों से सबसे ज्यादा डर उन लोगों को सता रहा है जो माल्या के बेहद करीबी हुआ करते थे। जो माल्या के कारोबार में साझेदार थे। ऐसे नेताओं और पत्रकारों की हालात खराब है। सूत्र बताते हैं कि आने वाले दिनों में माल्या के भागने से लेकर उसकी मनी लॉड्रिंग से जुड़े केस में भी कई सनसनीखेज खुलासे हो सकते हैं।