पाकिस्तान देता है पत्थरबाजों को पैसा, स्टिंग से खुलासा

नई दिल्ली। पाकिस्तान कश्मीर घाटी में गड़बड़ी पैदा करने और युवाओं को उकसाने का काम किस तरह कर रहा है, यह खुलासा एक अंग्रेजी न्यूज चैनल के स्टिंग विडियो से हुआ है। इस विडियो में खुद अलगाववादी संगठन हुर्रियत कॉन्फ्रेंस का एक नेता स्वीकार करता दिख रहा है कि कैसे पाकिस्तान हवाला के जरिए फंडिंग करता है। स्टिंग विडियो में पथराव से लेकर, स्कूलों में आगजनी और विधायक पर हमले को लेकर भी बड़े खुलासे सामने आए हैं।

अंग्रेजी न्यूज चैनल इंडिया टुडे द्वारा किए गए स्टिंग में अलगाववादी नेता ने यह बात कबूली है कि पाक से करोड़ों रुपये की फंडिंग उन्हें की जाती है। अलगाववादी नेता यह बता रहा है कि कैसे दुबई और सऊदी के रास्ते कश्मीर पैसा भेजा जाता है।

अलगाववादी नेता से रिपोर्टर ने फंड करने वाले व्यक्ति के रूप में बात की। रिपोर्टर से मिलने दिल्ली पहुंचे सैयद शाह अली गिलानी की हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेता नईम खान ने कई चौंकाने वाली बातें कहीं। रिपोर्टर द्वारा पूछे जाने पर कि क्या पैसा कश्मीर सीधे लाया जाता है, तो उसने बताया है कि कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट नहीं होने के कारण फंडिंग का सारा काम दिल्ली में होता है। हालांकि,उसने यह स्वीकार किया कि भारत-पाक सीमा के रास्ते छोटे स्तर पर फंडिंग होती है और सारी बड़ी फंडिंग दिल्ली से होती है।

रिपोर्टर के यह पूछे जाने पर क्या यह सारी फंडिग हवाला के जरिए होती है? नईम ने कहा, ‘यह सब कुछ दिल्ली के बल्लीमारन और चांदनी चौक में होता है। इस तरह भारत में हवाला का काम होता है। हम इसका हिस्सा हैं।’

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों एक और स्टिंग में इस बात का खुलासा हुआ था कि पाकिस्तान कश्मीर के पत्थरबाजों को कैशलेस फंडिंग कर रहा है । एक न्यूज चैनल ने खुफिया सूत्रों के हवाले से दावा किया था कि पाकिस्तान इन पत्थरबाजों को पैसा देने के लिए उसी वस्तु विनिमय प्रणाली का सहारा ले रहा है, जिसके जरिए लोग पहले व्यापार करते थे। कई ट्रक अक्सर पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद से श्रीनगर में सामान लेकर आते जाते हैं। इन्हीं ट्रकों पर लदे सामान के जरिए पाकिस्तान कश्मीर के पत्थरबाजों को पैसा देता है।

पिछले दिनों घाटी के कई स्कूलों में तोड़-फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं। नईम के मुताबिक, इसमें अलगाववादियों का हाथ है। नईम ने बताया कि बिना अलगाववादियों के समर्थन के यह काम कोई नहीं कर सकता। उसने यह दावा किया कि अलगाववादियों ने अब तक घाटी में 35 स्कूलों को जलाया। नईम ने कहा, ‘आपको अव्यवस्था के लिए गड़बड़ी पैदा करनी पड़ती है। इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि इससे रेलवे स्टेशन, पुलिस स्टेशन, स्कूल और पंचायत की बिल्डिंग जलाई जाए। अल्लाह हमारी रक्षा करेंगे, अस्पतालों को इनसे दूर रखा जाना चाहिए। हमें अव्यवस्था फैलाने के लिए कुछ चीजें करनी पड़ती हैं।’

Loading...
loading...

Related Articles

Back to top button