राजधानी जयपुर मे बडे लोगो की राजनीति में दम तोडती पत्रकारिता,, सिसकता पत्रकार
राजधानी जयपुर मे बीते गुरूवार को जयपुर के ग्लोबल हॉर्ट एण्ड जनरल हॉस्पिटल में न्यूज़ कवरेज कर रही इंडिया न्यूज़ की महिला पत्रकार छवि अवस्थी और कैमरामैन संजय को ग्लोबल हार्ट एंड जनरल हॉस्पिटल के कर्मचारियों और डॉक्टर द्वारा बंधक बनाकर मारपीट की और उनके कमरे को छीन लिये। सूचना मिलने पर कुछ पत्रकार साथी और पुलिस अस्पताल पहुचें । पुलिस की मौजूदगी में मीडिया कर्मियों से अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारियों ने मारपीट की जिसको लेकर पुलिस तमाशबीन बनी रही । इस मामले में अधिकारियों ने भी माना कि अस्पताल प्रशासन द्वारा कवरेज कर रहे मीडियाकर्मियों को सड़क से खींच कर जबरन अस्पताल के अंदर ले जाया गया फिर बंधक बनाया गया और मारपीट की । मार-पीट की घटना के बाद वैशाली नगर थाने में मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने अस्पताल प्रशासन के तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया लेकिन डॉ अरविंद शर्मा पुलिस की गिरफत मे नही आ पाया, वही दूसरी ओर पुलिस की पकड में ना आने वाला ग्लोबल हॉर्ट एण्ड जनरल हॉस्पिटल के निर्देशक डॉ अरविंद शर्मा एक प्रमुख न्यूज चैनल पर अपना पक्ष रखता हुआ दिखाई देता हैं । इससे स्पष्ट है कि हमारा पुलिस प्रशासन कितना लाचार और बेबस हैं।
गौरतलब हैं कि जब डॉ अरविंद को गिरफ्तार करवाने के लिये 11 मई को सेकडों की संख्या पत्रकार वैशाली नगर थाने पहुंंचा तो पुलिस ने मीडिया कर्मियों से 24 घंटे का समय मांगा एंव 24 घंटे में आरोपी अरविंद शर्मा की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया लेकिन पुलिस ने 24 घंटे के भीतर कोई गिरफ्तारी नहीं की । 24 घंटे बीतने के बाद 12 मई को शाम 5 बजे जयपुर के सभी पत्रकार संगठनों के पदाधिकारियों के नेतृत्व में बड़ी संख्या में मीडियाकर्मियों ने वैशाली नगर थाने का घेराव किया । पुलिस अधीक्षक अशोक गुप्ता भी वैशाली नगर थाने पहुँचे लेकिन मामला जस के तस ही रहा । वैशाली पुलिस द्वारा पत्रकारों की वार्ता विफलता के बाद पुलिस कमिश्रर संजय अग्रवाल ने रात 9.30 बजे फोन पर आश्वसन दिया कि शनिवार को 11 बजे तक मुख्य आरोपी अरविंद शर्मा को गिरफ्तार कर लेगें । लेकिन आज तक पुलिस डॉ अरविन्द को गिरफ्तार नहीं कर सकी ।
इस घटना के बाद लोगो मे चर्चा है की लाखों की कमाई करने वाले ग्लोबल हॉर्ट एण्ड जनरल हॉस्पिटल की कद्दावर नेता के साथ कोई बड़ी डील हो चुकी है जिसके चलते आरोपी अरविंद की गिरफ्तारी को ठंडे बस्ते मे डाल दिया गया है।
वर्तमान समय में पत्रकार की खबर ही उसकी जान की दुश्मन बन चुकी हैं, ऐसा ही कुछ जयपुर के पत्रकारों के साथ हो रहा हैं कुछ दिनों पहले जयपुर के रामगंज में न्यूज कवरेज के लिये गये दैनिक भास्कर के फोटोजर्नलिस्ट के साथ में पुलिस वालों के सामने मार पिटाई हुई जिसमें फोटो जर्नलिस्ट के काफी चोटें आई लेकिन पुलिस ने ना तो बीच बचाव किया और ना ही कोई तत्काल कार्यवाही की उसके दो दिन बाद गुरूवार को जयपुर के वैशाली नगर स्थित ग्लोबल हॉर्ट एण्ड जनरल हॉस्पिटल में इंडिया टीवी के रिपोर्टर छवि अवस्थी को अस्पताल वालों ने बंधक बना कर उनका कैमरा छिनने का प्रयास किया। पीडित पत्रकारों ने अपनी सहायता के लिये वैशाली नगर पुलिस और अपने पत्रकार साथियों को बुलाया लेकिन पुलिस ने पत्रकारों की सहायता के बजाय पत्रकारों की ही कॉलर पकडकर पुलिस की गाडी में डालने लगी। इससे पहले मई में दो बार हमारे जनप्रतिनिधियों ने पत्रकारों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया।