दो साल से यौन उत्पीड़न कर रहा था संपादक, ट्रेनी ने मार डाला
मुंबई की एक मासिक समाचार पत्रिका इंडिया अनबाउंड के संपादक की बेरहमी से हत्या कर दी गई. वह 15 मार्च से लापता थे. तभी उनके लापता होने की शिकायत संबंधित थाने में दर्ज कराई गई थी. इस मामला खुलासा करते हुए पुलिस ने एक ट्रेनी पत्रकार और मैगजीन के प्रिंटर को गिरफ्तार कर लिया है. मामला यौन शोषण का बताया जा रहा है.
ठाणे ग्रामीण पुलिस के मुताबिक मृतक संपादक की पहचान नित्यानंद पांडे के रूप में की गई है. जिनका शव रविवार को विघटित अवस्था में बरामद किया गया था. पुलिस ने मामले की छानबीन के बाद संपादक की 24 वर्षीय सहायक और सहकर्मी अंकिता मिश्रा से पूछताछ की. पहले उसने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया था.
लेकिन जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया. अंकिता ने हत्या और संपादक के बारे में पुलिस को विस्तार से बता दिया. अंकिता ने खुलासा करते हुए बताया कि उसके संपादक नित्यानंद पांडे पिछले दो सालों से लगातार उसका यौन उत्पीड़न कर रहे थे. उसे परेशान कर रहे थे.
अंकिता के मुताबिक वो बार-बार ऐसा करने से संपादक को रोकती थी लेकिन वो नहीं माने. इसके बाद अंकिता ने मैगजीन के प्रिंटर सतीश मिश्रा के साथ मिलकर संपादक पांडे से छुटकारा पाने की योजना बनाई. इसी के चलते शुक्रवार को अंकिता अपने संपादक को एक संपत्ति दिखाने के बहाने सुनसान जगह पर ले गई.
जहां उसने नित्यानंद पांडे को एक मसालेदार ड्रिंक पिला दिया. उसे पीने का बाद पांडे बेहोश हो गए. तब अंकिता और मैगजीन के प्रिंटर सतीश ने गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी. फिर दोनों उनकी लाश को भिवंडी के एक सुनसान इलाके में फेंक कर फरार हो गए.
बताया जाता है कि नित्यानंद पांडे मुंबई और ठाणे जिलों के उन पत्रकारों में से एक थे, जिन्होंने भव्य जीवन व्यतीत किया. जिनके संबंध ज्यादातर नौकरशाहों और राजनेताओं से थे. वे शानदार महंगी कारें चलाते थे. पांडे ने अपनी मैगजीन को कई सरकारी विज्ञापन भी दिलाए थे.