TV एंकर्स के बायकॉट के फैसले से समाजवादी पार्टी ने अपना समर्थन लिया वापस: रिपोर्ट
समाजवादी पार्टी ने विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. द्वारा हाल ही में घोषित 14 टेलीविजन न्यूज एंकर्स के बायकॉट करने के फैसले से अपना समर्थन वापस ले लिया है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार अभियान भले ही समाप्त हो गया हो, लेकिन समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच मतभेद अभी खत्म नहीं हुए हैं। इस बीच टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक, समाजवादी पार्टी ने विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. द्वारा हाल ही में घोषित 14 टेलीविजन न्यूज एंकर्स के बायकॉट करने के फैसले से अपना समर्थन वापस ले लिया है।
मध्य प्रदेश में सीट बंटवारे पर सहमति न बन पाने के बाद कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने 50 से अधिक सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए, इसके बाद से दोनों पार्टियों के बीच विवाद शुरू हो गया। इसी को देखते हुए समाजवादी पार्टी ने अपना रास्ता अलग कर लिया है।
समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि बायकॉट का पहला फैसला कांग्रेस की ओर से लिया गया था।
टीवी के चुनिंदा एंकर्स के बायकॉट को समाप्त करने का समाजवादी पार्टी का निर्णय निश्चित रूप से I.N.D.I.A. के अन्य सदस्यों को झटका है। वहीं, राजनीतिक हलकों में इस कदम को सपा और कांग्रेस के बीच ताजा खींचतान के तौर पर देखा जा रहा है।
पार्टी के एक वरिष्ठ सपा नेता ने कहा कि हमारे पार्टी नेतृत्व ने सभी प्रवक्ताओं और टेलीविजन डिबेट पैनलिस्ट्स को सूचित कर दिया है कि अब चुनिंदा टेलीविजन एंकर्स का कोई बायकॉट नहीं किया जाएगा। पार्टी के नेता टेलीविजन डिबेट्स में पैनलिस्ट के तौर पर शामिल होने के लिए स्वतंत्र हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि सपा के उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि यह निर्णय हाल ही में उन इंटरव्यू को ध्यान में रखते हुए लिया गया है जो मध्य प्रदेश में कांग्रेस के सीएम उम्मीदवार कमलनाथ ने उन दो न्यूज एंकर्स को दिए थे, जो गठबंधन द्वारा जारी बायकॉट वाली सूची का हिस्सा थे।
सपा नेता का कहना है कि यह निर्णय सितंबर में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार के आवास पर I.N.D.I.A. समन्वय समिति की पहली बैठक में लिया गया था। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने औपचारिक रूप से प्रस्ताव दिया था कि गठबंधन के सभी सहयोगियों को इन 14 एंकर्स के शो से दूर रहना चाहिए। लेकिन एमपी चुनावों के दौरान, कमलनाथ ने इनमें से दो एंकर्स को न केवल इंटरव्यू दिया, बल्कि हेलिकॉप्टर की सवारी की पेशकश भी की। तो फिर अब बहिष्कार कहां है?