ऑपइंडिया की एडिटर-इन-चीफ संग लाइव बहस से पीछे हटी गार्जियन की पत्रकार: हिंदू विरोधी होने के आरोप पर इंटरव्यू का रखा था प्रस्ताव
5 मार्च 2024 को ऑपइंडिया ने लेख के माध्यम से बताया था कि द गार्जियन किस तरह से हिंदूवादी कार्यकर्या काजल हिंदुस्तानी को इंटरव्यू के लिए परेशान कर रहा था। रिपोर्ट में यह दिखाने के लिए पर्याप्त सबूत पेश किए गए हैं कि कैसे काजल हिंदुस्तानी का साक्षात्कार लेने के लिए वामपंथी ब्रिटिश अखबार द्वारा चुने गए तीन ‘पत्रकार’, अर्थात् हन्ना एलिस-पीटरसन, अहमर खान और क्यारी इवेंजेलो हमेशा एक अलग एजेंडे से प्रेरित रहे हैं। जो वैश्विक स्तर पर हिंदुत्व को बदनाम करना, इस्लामिक कट्टरपंथ के खतरे और उनके अत्याचारों को कम करके दिखाना और भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाने में लिप्त रहे हैं। ऑपइंडिया ने पर्याप्त सबूतों के साथ बताया कि कैसे गार्जियन के तीनों पत्रकारों का इतिहास हमारे देश के बारे में, हिंदुओं के बारे में भ्रामक और फर्जी खबरें फैलाने का इतिहास रहा है।
ऑपइंडिया द्वारा वामपंथी प्रोपेगेंडा केंद्रित ब्रिटिश अखबार द गार्जियन के नापाक हिंदू-विरोधी और भारत-विरोधी एजेंडे को एक्सपोज करने के बाद गार्जियन की दक्षिण एशिया संवाददाता हन्ना एलिस-पीटरसन ने ईमेल के माध्यम से ऑपइंडिया की एडिटर इन चीफ नूपुर जे शर्मा से संपर्क किया। हन्ना एलिस-पीटरसन ने 1 अप्रैल, 2024 को ईमेल भेजकर गार्जियन की वामपंथी प्रोपेगेंडा के आरोपों पर सबूतों के साथ ‘सफाई’ देकर ऑपइंडिया को ‘ऑबलाइज’ करने की बात कही।
बता दें कि 25 मार्च 2024 को ऑपइंडिया ने लेख के माध्यम से बताया था कि द गार्जियन किस तरह से हिंदूवादी कार्यकर्या काजल हिंदुस्तानी को इंटरव्यू के लिए परेशान कर रहा था। रिपोर्ट में यह दिखाने के लिए पर्याप्त सबूत पेश किए गए हैं कि कैसे काजल हिंदुस्तानी का साक्षात्कार लेने के लिए वामपंथी ब्रिटिश अखबार द्वारा चुने गए तीन ‘पत्रकार’, अर्थात् हन्ना एलिस-पीटरसन, अहमर खान और क्यारी इवेंजेलो हमेशा एक अलग एजेंडे से प्रेरित रहे हैं। जो वैश्विक स्तर पर हिंदुत्व को बदनाम करना, इस्लामिक कट्टरपंथ के खतरे और उनके अत्याचारों को कम करके दिखाना और भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाने में लिप्त रहे हैं। ऑपइंडिया ने पर्याप्त सबूतों के साथ बताया कि कैसे गार्जियन के तीनों पत्रकारों का इतिहास हमारे देश के बारे में, हिंदुओं के बारे में भ्रामक और फर्जी खबरें फैलाने का इतिहास रहा है।
ऑपइंडिया की इस विशेष रिपोर्ट से हन्ना एलिस-पीटरसन परेशान हो उठीं, और उन्होंने ऑपइंडिया की एडिटर इन चीफ को ईमेल भेजा। उन्होंने ईमेल में लिखा, “आपने मुझ पर और मेरे सहयोगियों पर एजेंडा आधारित काम करने का आरोप लगाया है, लेकिन यकीन मानिए कि हम ऐसा बिल्कुल भी नहीं करते। ये जरूरी लगा कि हमें आपसे सीधे संवाद करना चाहिए और हमें अपनी बात कहने का अवसर दिया जाए।”
हन्ना द्वारा भेजा गया ये ईमेल सिर्फ उस बात का नमूना है कि जिसमें वो ‘मौका’ देने के नाम पर अपने एजेंडा को आगे बढ़ाते हैं। इसी तरह से द गार्जियन और बीबीसी जैसे पश्चिमी मीडिया संगठन काम करते हैं। गार्जियन की ‘पत्रकार’ हन्ना जो स्वयं हिंदू विरोधी और भारत विरोधी प्रचार फैलाने के लिए जानी जाती है, को वाकई लगता है कि वो हमें ‘उनसे’ बात करने का मौका देकर हमारे ऊपर उपकार कर रही हैं। हालाँकि, एक अविश्वसनीय प्रतिक्रिया में ऑपइंडिया की एडिटर इन चीफ नूपुर जे शर्मा ने द गार्जियन ‘पत्रकार’ को एक लाइव स्ट्रीम बहस में शामिल होने का ‘न्यौता’ दिया, जिसमें वो अपने भारत विरोधी और हिंदू विरोधी होने के आरोपों पर ‘लाइव’ जवाब दे सकती हैं।
ऑपइंडिया की एडिटर इन चीफ नूपुर जे शर्मा ने हन्ना के साथ इस ई-मेल बातचीत को सार्वजनिक किया और एक्स पर लिखा, “प्रिय हन्ना, आपके ईमेल के लिए धन्यवाद। चूँकि आपने जवाब न देने का फैसला किया है, ऐसे में पारदर्शिता की भावना के तहत मैं आपके साथ हमारी ई-मेल पर हुई बातचीत को सार्वजनिक कर रही हूँ। मैं इस बात से हैरान हूँ कि आपने मुझपर ‘फेवर’ करने की भावना से इंटरव्यू की पेशकश की, लेकिन जैसा कि मैंने ईमेल में कहा था कि यदि आप भारतीय दर्शनों के सामने अपना बचाव करना चाहती हैं, तो मैं आपको पॉडकास्ट का मंच प्रदान कर सकती हूँ, जहाँ आप अपने भारत-विरोधी, हिंदू-विरोधी कवरेज के बारे में मेरे सवालों के जवाब दे सकती हैं।”
Dear @HannahEP. Thank you for your email. Since you chose to not respond and in the spirit of transparency, I’m making our email exchange public.
I am impressed that you think you were doing ME a favor by offering an interview. But as I said in the email, if YOU want to defend… pic.twitter.com/PwqmJouDGN
— Nupur J Sharma (@UnSubtleDesi) April 4, 2024
नूपुर शर्मा ने अपने और द गार्जियन की दक्षिण एशियाई संवाददाता हन्ना एलिस-पीटरसन के बीच ई-मेल पर हुई बातचीत के स्क्रीनशॉट भी शेयर किए हैं।
द गार्जियन ‘पत्रकार’ ने ऑपइंडिया का प्रस्ताव ठुकराया
जैसा कि पहले से अंदाजा था, उसी तर्ज पर द गार्जियन की ‘पत्रकार’ ने ऑपइंडिया के पॉडकास्ट के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। उन्होंने 4 अप्रैल 2024 को एक अन्य ईमेल भेजकर कहा कि वो पॉडकास्ट में शामिल नहीं हो सकती।
Same old 'journalistic' tactic, which means that she'd demand answers from everyone, but be accountable to none. Since @HannahEP says her stories speak for themselves, guess she just confirmed that she is indeed anti-Hindu, anti-India – and proud of it https://t.co/R0JDR5AmyF pic.twitter.com/J4MxrjTTYn
— Nupur J Sharma (@UnSubtleDesi) April 4, 2024
एक तरफ द गार्जियन की पत्रकार हन्ना एलिस पीटरसन ऑपइंडिया को इंटरव्यू देकर अहसान करना चाहती थी, तो दूसरी तरफ वो अपने ऊपर लगे आरोपों की सफाई देने के लिए लाइव स्ट्रीमिंग के प्रस्ताव को ठुकरा रही हैं। आखिर किस बात ने उन्हें रोक लिया कि वो ऑपइंडिया के साथ पॉडकास्ट नहीं करेंगी। शायद इस बात ने, कि वो पूरी तरह से एक्सपोज हो जाएँगी। शायद इस बात ने उन्हें रोका कि ऑपइंडिया के निष्कर्ष सही हैं और वो अपना बचाव नहीं कर पाएँगी।
बता दें कि ऑपइंडिया की एडिटर-इन-चीफ ने सबसे पहले द गार्जियन को काजल हिंदुस्तानी को परेशान करने के खिलाफ चेतावनी दी थी। 24 मार्च को एक्स पर एक पोस्ट में, नूपुर ने काजल हिंदुस्तानी को परेशान करने के खिलाफ मीडिया आउटलेट को चेतावनी दी और हिंदू अधिकार कार्यकर्ता को अपना समर्थन भी दिया।
Guardian seems to have bought into the illusion sold by Congress – That Hindus are divided and can be exploited. @ahmermkhan has been hounding @kajal_jaihind for an “interview” on behalf of Gaurdian. He claims two journalists – @HannahEP and @kyrievangelou – have flown to India…
— Nupur J Sharma (@UnSubtleDesi) March 24, 2024
अगले दिन 25 मार्च 2024 को ऑपइंडिया ने पर्याप्त सबूतों के साथ इस बात का खुलासा किया था कि कैसे भारत विरोधी और हिंदू विरोधी एजेंडे के तहत द गार्जियन काजल हिंदुस्तानी के इंटरव्यू का गलत इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा था।