‘डिज्नी’ के साथ विलय से पहले नीता व आकाश अंबानी Viacom18 के बोर्ड में हुए शामिल
रिलायंस फाउंडेशन की फाउंडर व चेयरपर्सन नीता अंबानी और उनके बेटे आकाश अंबानी को 'वायकॉम18' के बोर्ड में शामिल किया गया है
रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) की ‘वायकॉम18’ (Viacom18) और वॉल्ट डिज्नी की ‘स्टार इंडिया’ (Star India) के बहुप्रतीक्षित मर्जर से पहले, रिलायंस फाउंडेशन की फाउंडर व चेयरपर्सन नीता अंबानी और उनके बेटे आकाश अंबानी को ‘वायकॉम18’ के बोर्ड में शामिल किया गया है। ‘वायकॉम18’, रिलायंस इंडस्ट्रीज और बोधि ट्री सिस्टम्स के स्वामित्व वाली मीडिया कंपनी है।
नीता और आकाश की यह नियुक्ति इस महत्वपूर्ण मर्जर प्रक्रिया के बीच एक अहम कदम मानी जा रही है। आकाश अंबानी, जो रिलायंस जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन हैं और उनकी मां नीता अंबानी की बोर्ड में एंट्री ‘वायकॉम18’ और ‘स्टार इंडिया’ के संयुक्त संचालन की दिशा में एक बड़ा कदम है।
सूत्रों के अनुसार, ‘वायकॉम18’ के बोर्ड में शामिल होने वाले अन्य प्रमुख लोग हैं- जेम्स मर्डोक, जो बोधि ट्री सिस्टम्स के को-प्रमोटर हैं, मोहम्मद अहमद अल-हरदान, जो कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (QIA) के में टेक्नोलॉजी, मीडिया व टेलीकॉम के हेड हैं और बोधि ट्री में एक प्रमुख इन्वेस्टर हैं, ज्योति देशपांडे, जो RIL में मीडिया व कंटेंट बिजनेस की प्रेजिडेंट हैं और शुवा मंडल, जो अनाग्राम पार्टनर्स की पार्टनर हैं।
इस मर्जर प्रक्रिया को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने मंजूरी दी है। इसके तहत, Viacom18 पहले अपनी संपत्तियों को अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी Digital18 को ट्रांसफर करेगा, जो फिर इन संपत्तियों को Star India में शेयरों के बदले ट्रांसफर करेगा, जिससे प्रभावी रूप से दोनों कंपनियों के संचालन को एकीकृत संरचना के तहत विलय कर दिया जाएगा।
‘वायकॉम18’ और Walt Disney’s Star India के इस संयुक्त उपक्रम की कुल वैल्यू 70,352 करोड़ रुपये (US$ 8.5 बिलियन) आंकी गई है, जो कि मर्जर के बाद की गणना है। इस संयुक्त उपक्रम का नियंत्रण रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास होगा, जिसमें 16.34% हिस्सेदारी रिलायंस की होगी, 46.82% ‘वायकॉम18’ के पास और 36.84% हिस्सेदारी डिज्नी की होगी। डिज्नी कुछ अतिरिक्त मीडिया संपत्तियां भी इस संयुक्त उपक्रम में योगदान कर सकता है, जो नियामक और तृतीय-पक्ष की मंजूरी पर निर्भर करेगा।
इस महत्वपूर्ण मर्जर के साथ, भारतीय मीडिया और OTT स्पेस में बड़ी हलचल देखने को मिल सकती है और यह गठबंधन कंटेंट और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में बड़े बदलावों की उम्मीद पैदा करता है।