TV पत्रकार अभिषेक उपाध्याय का क्या है ‘TOP सीक्रेट’, पढ़ें ये खबर
अभिषेक उपाध्याय को टीवी मीडिया में काम करने का लंबा अनुभव है। उन्होंने कुछ दिनों पहले ही ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) में अपनी पारी को विराम दे दिया था। उन्होंने करीब दो साल पहले अगस्त में इस चैनल में बतौर सीनियर एडिटर (पॉलिटिकल अफेयर्स) जॉइन किया था। इससे पहले अभिषेक उपाध्याय हिंदी न्यूज चैनल ‘टीवी9 भारतवर्ष’ (TV9 BHARATVARSH) में एग्जिक्यूटिव एडिटर के पद पर करीब तीन साल से अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
वरिष्ठ टीवी पत्रकारिता अभिषेक उपाध्याय ने अब नई दिशा में कदम बढ़ाते हुए अपना डिजिटल प्लेटफॉर्म शुरू किया है। उनके इस प्लेटफॉर्म का नाम ‘TOP सीक्रेट’ है और इसकी टैगलाइन ‘Investigation for the Nation’ है। अभिषेक उपाध्याय ने इस बारे में अपने ‘एक्स’ (X) हैंडल पर इस बारे में जानकारी भी शेयर की है। इसके साथ ही इसका प्रोमो भी जारी किया है।
गायत्री परिवार के संस्थापक परमपूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा के आर्शीवाद की छाया में आज विजयादशमी के पवित्र दिन से नई शुरुआत।
Digital Media का ऐसा प्लेटफार्म जहां विचारों की नींव पर Investigation यानि खोजी पत्रकारिता का शिखर होगा।
तो आज से लगातार एक अनथक, अमोघ, अभेद्य… pic.twitter.com/JPLgq24Wgd
— abhishek upadhyay (@upadhyayabhii) October 12, 2024
अभिषेक उपाध्याय ने बताया कि इस प्लेटफॉर्म के तहत फिलहाल यूट्यूब चैनल शुरू हो गया है और जल्द ही वेबसाइट व ओटीटी भी शुरू करने की योजना है, जिस पर काम चल रहा है। जैसा कि इसकी टैगलाइन है, इस प्लेटफॉर्म पर मुख्य रूप से इन्वेस्टिगेशन पर फोकस रहेगा।
इससे पहले अभिषेक उपाध्याय हिंदी न्यूज चैनल ‘टीवी9 भारतवर्ष’ (TV9 BHARATVARSH) में एग्जिक्यूटिव एडिटर के पद पर करीब तीन साल से अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
‘टीवी9 भारतवर्ष’ में अपनी पारी संभालने से पूर्व अभिषेक उपाध्याय ‘इंडिया टीवी’ में एडिटर (स्पेशल प्रोजेक्ट्स) के पद पर कार्यरत थे। वैसे ‘टीवी9’ में ये उनकी दूसरी पारी थी। ‘टीवी9’ में अपनी पहली पारी में वह वर्ष 2010 में मुंबई ब्यूरो चीफ रहे थे। प्रतिष्ठित रामनाथ गोयनका अवॉर्ड से सम्मानित अभिषेक ने ‘इंडिया टीवी’ में कई बड़ी खबरें भी ब्रेक की थीं, जिनमें आजम खान से जुड़ा वक्फ घोटाला भी शामिल है।
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले अभिषेक ने अपने करियर की शुरुआत प्रिंट से की थी। पढ़ाई पूरी करने के बाद वे 2003 में हिंदी दैनिक ‘अमर उजाला’ (Amar Ujala) से बतौर ट्रेनी रिपोर्टर व सब एडिटर के तौर पर जुड़े थे। अभिषेक एक थिएटर आर्टिस्ट व कवि भी हैं। वे राष्ट्रीय स्तर के नाटकों में हिस्सा ले चुके हैं। वे नोबेल प्राइज विनर नाटक ‘वेटिंग फ़ॉर गोडो’ का भी हिस्सा रह चुके हैं। उनकी कविताओं को भी खूब सराहा जाता रहा है। इसके अलावा वह ‘यूपी टू यूक्रेन’ और ‘राधिक विद्रोह कर दो’ नाम से दो किताबें भी लिख चुके हैं।