नोएडा पुलिस का नया कारनामा शिकायतकर्ता (पीड़ित) को ही बनाया बंधक, नोएडा में पत्रकार को शराब पर खबर लिखना पड़ा भारी.
उत्तर प्रदेश में पत्रकारों पर हमले तेज, पुलिस ने दिखाई तानाशाही. कालाबाजारी और ओवर रेटिंग पर खबर लिखना तुम्हारा अधिकार नहीं :- थाना प्रभारी सेक्टर 113
आबकारी इंस्पेक्टर रवि जायसवाल को चाय पर बुलाया थाना प्रभारी ने सीसीटीवी सबूत है. उसके बाद बातों को घुमाने लगे थाना प्रभारी, सेक्टर- 113. 12 से 14 लोगों ने मेरे साथ मारपीट की लेकिन चौकी प्रभारी सोरखा और थाना प्रभारी सेक्टर 113 में किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की. ओवर रेटिंग व कालाबाजारी जैसी अवैध गतिविधियों का विरोध करने पर कई ठेका मालिकों ने की मिलकर मेरे साथ मारपीट.
रिश्वत के आगे नोएडा पुलिस का कद छोटा किया चौकी प्रभारी सोरखा और थाना प्रभारी सेक्टर 113 नोएडा ने.
12 से 14 लोगों ने की मारपीट और लूटपाट. कार्रवाई करने की जगह पुलिस ने मुझे ही धमकाया. सामान में सिर्फ मोबाइल ही बरामद कर पाए सोरखा चौकी प्रभारी. सोरखा प्रभारी ने स्वयं मेरा फोन घटना स्थल लाकर दिया. लूट में ₹5000 एक सोने की चेन दो सोने की अंगूठी व हेलमेट अभी तक पुलिस बरामद नहीं कर पाई. सेक्टर 113 पुलिस का कहना सामान और पैसे को भूल जाओ.
आखिर नोएडा पुलिस इतनी निर्दयी कैसे हो सकती है? रात भर दर्द होता रहा और मेडिकल के लिए मना कर दिया? जब वहां कांस्टेबलों से बोलना था कि मेडिकल कर दो, तो बोलते थे साहब ने मना किया है.
मुझे पिटते देख किसी राहगीर प्रिंस चौधरी नाम के व्यक्ति ने 112 नंबर पर फोन किया और उसने वीडियो बनाई उसे वीडियो को सोरखा चौकी प्रभारी ने स्वयं अपने हाथों से डिलीट किया मेरे सामने.
कहा वीडियो डिलीट नहीं की तो तुमको भी इनके साथ ही बंद करेंगे हवालात में. क्या यही है योगी आदित्यनाथ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति. कई ठेका मालिकों ने मिलकर मुझे मारा और मुझे मेरे ही खिलाफ वीडियो बनवाकर वायरल किया. ठेके के बराबर में कबाड़ का गोदाम है, जहां जबरदस्ती ले जाकर मेरे साथ मारपीट की और तमंचे के बल पर मेरे ही खिलाफ मेरे से वीडियो बनवाई. इस वायरल वीडियो की धमकी देते रहे थाना प्रभारी सेक्टर 113 और मैं बराबर जांच की गुहार लगाता रहा.
अब मैंने इस वीडियो को स्वयं ही पोस्ट कर दिया है, अब देखना होगा कि थाना प्रभारी सेक्टर 113 अब कैसे मुझे ब्लैकमेल करेंगे. आप इस वीडियो को देखकर अंदाज लगा सकते हैं, क्या मेरे चेहरे पर पटाई का डर और मौत का खौफ नहीं नजर आ रहा है?
मैं इन वीडियो की जांच के लिए कहता रहा, ना सेक्टर 113 थाना प्रभारी ने सीसीटीवी के आधार पर जिन्होंने मुझे मारा उनकी जांच की, ना ही इस वीडियो की जांच की.
थाना प्रभारी इस वीडियो को तलवार की तरह मुझे दिखा कर बार बार ब्लैकमेल करते रहे. वीडियो पोस्ट करके उनकी तलवार भी तोड़ दी, क्या अब सेक्टर 113 थाना प्रभारी करेंगे कोई बड़ी कार्रवाई?
सभी लोगों से हाथ जोड़कर निवेदन है, मैं अपनी वीडियो को से पोस्ट कर रहा हूं अगर जांच में मैं दोषी पाया जाता हूं तो मेरे खिलाफ कार्रवाई हो, वरना इन दोषियों को किसी भी कीमत पर छोड़ नहीं जाए.
इस बड़े केस को दबाने का श्रेय चौकी प्रभारी सोरखा और थाना प्रभारी सेक्टर 113 को जाता है.
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