कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित पर एक और FIR दर्ज, करोड़ों की संपत्ति पर कब्जे का है आरोप, इन लोगों के भी नाम आए सामने…
चकेरी इंस्पेक्टर संतोष कुमार शुक्ला ने बताया कि डीसीपी पूर्वी के आदेश पर पीड़ित नयनतारा जायसवाल की तहरीर के आधार पर पीयूष जायसवाल, ज्योति जायसवाल, जितेंद्र कुमार दीक्षित, अवनीश दीक्षित, अधिवक्ता शैलेंद्र कुमार पांडेय, संजीव मिश्रा, अंशुल पांडेय, सुमित झा और अन्य तीन-चार अज्ञात के खिलाफ आपराधिक साजिश, चोरी, चल अचल संपत्ति का बेईमानी से दुरुपयोग, धोखाधड़ी, जानबूझकर नकली दस्तावेज बनाना, जालसाजी, किसी दस्तावेज़ या इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड को असली के रूप में उपयोग करने, आपराधिक अतिचार करना, धमकाने आदि धाराओं में रिपोर्ट दर्जकर कार्रवाई की जा रही है।
चकेरी थानाक्षेत्र में ईको फ्रेंड्स सोसाइटी की करोड़ों की चल-अचल संपत्ति पर सचिव ने प्रेसक्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित, अधिवक्ता शैलेंद्र पांडेय व अन्य साथियों की मदद से कब्जा कर लिया। संस्था के अध्यक्ष की बहन ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने भाई की मौत के बाद खाते से लाखों रुपये और उनके फार्म हाउस पर कब्जा कर लिया। इन सभी के खिलाफ डीसीपी पूर्वी के आदेश पर संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जांच के लिए टीम गठित की गई है।
शिवकटरा रोड लालबंगला दुर्गा हाउसिंग सोसाइटी निवासिनी नयनतारा जायसवाल के अनुसार वह एक सीनियर सिटीजन महिला हैं। उन्होंने बताया कि उनके भाई राकेश कुमार जायसवाल ने ईको फ्रेंड्स सोसाइटी के नाम से संस्था स्थापित की। जिसका कार्यालय उनके निजी निवास पर था। वह संस्था समाज कल्याण व जनहित उद्देश्यों की पूर्ति के लिए स्थापित की गई थी। उन्होंने रिपोर्ट में बताया कि भाई राकेश कुमार जायसवाल ने अपने जीवनकाल में सामाजिक कार्यों से करोड़ों रुपये की चल अचल संपत्ति संस्था के नाम से अर्जित की थी। लेकिन भाई राकेश का 7 जुलाई 2019 को स्वर्गवास हो गया। इसके बाद संस्था के सचिव पीयूष जायसवाल की नियत में खोट आ गया।
झूठा मुकदमा दर्ज कराकर परिवार को परेशान किया
पीड़िता नयनतारा जायसवाल ने दर्ज रिपोर्ट में बताया कि पीयूष जायसवाल ने कानपुर प्रेस क्लब का पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित का गिरोह जो इसी प्रकार की विवादित संपत्तियों पर निगाह रखता था। उसमें अवनीश दीक्षित, अधिवक्ता शैलेन्द्र कुमार पांडेय, संजीव मिश्रा, अंशुल पांडेय, सुमित झा व अन्य शहर के नामचीन व्यक्ति से मिलकर उनके व उनके परिवार के विरुद्ध झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया। जिससे उनका परिवार बहुत परेशान हुआ।
गंभीर आरोप लगाया कि पीयूष जायसवाल, शैलेंद्र कुमार पांडेय, पत्रकार सुमित झा ने तीन चार अज्ञात व्यक्तियों के साथ मिलकर उनके घर आकर सभी को डराया धमकाया। जिस घटना के सीसीटीवी फुटेज उनके पास मौजूद है। आरोप लगाया कि दक्षिण क्षेत्र का यह गिरोह इसी प्रकार की विवादित संपत्तियों मे कब्जा कर मालिकों से कम पैसों में संपत्तियां खरीद कर जबरन कब्जा कर लेते हैं। विगत 10 वर्षों में शैलेंद्र कुमार पांडेय ने करोड़ों से भी ज्यादा संपत्ति अर्जित की। इसी पैसों को लेकर अवनीश दीक्षित से विवाद हो गया। जिसके बाद अवनीश व शैलेन्द्र पांडेय के बीच वार्ता व लेन देन का कार्य अंशुल पांडेय के माध्यम से किया जाने लगा।
सोसाइटी में फर्जी सदस्य बनाया, फर्जी कागजात तैयार किया
पीड़िता ने रिपोर्ट में आरोप लगाया कि सचिव पीयूष जायसवाल व इन सभी लोगों ने संस्था ईको फ्रेंड्स सोसाइटी में भी अपना फर्जी सदस्य बनाकर व अधिवक्ता शैलेंद्र कुमार पांडेय ने अपने आवास पर ही पंजीकृत कार्यालय बना लिया। वहीं भाई राकेश कुमार जायसवाल ने स्वयं के नाम से निजी प्रापर्टी क्रय की। जिसे सचिव पीयूष व अधिवक्ता शैलेंद्र कुमार पांडेय तथा अन्य लोग मिलकर फर्जी कूटरचित प्रपत्रों के माध्यम से सागुड़ी गांव भीमताल नैनीताल की संपत्ति को कब्जा कर उसे अय्याशी का अड्डा बना लिया। जहां सभी प्रकार के अनैतिक अवैध व गैर कानूनी कृत्य किए जाने लगे। आरोप लगाया कि ये सभी लोग विवादित संपत्तियों पर कब्जा कर लोगों को डरा धमका कर दहशत का माहौल उत्पन्न कर आर्थिक लाभ लेते हैं। महिला का आरोप है, कि ये आरोपी उन्हें व उनके परिवार के साथ घटना कर सकते हैं।
इन धाराओं में दर्ज की गई रिपोर्ट
चकेरी इंस्पेक्टर संतोष कुमार शुक्ला ने बताया कि डीसीपी पूर्वी के आदेश पर पीड़ित नयनतारा जायसवाल की तहरीर के आधार पर पीयूष जायसवाल, ज्योति जायसवाल, जितेंद्र कुमार दीक्षित, अवनीश दीक्षित, अधिवक्ता शैलेंद्र कुमार पांडेय, संजीव मिश्रा, अंशुल पांडेय, सुमित झा और अन्य तीन-चार अज्ञात के खिलाफ आपराधिक साजिश, चोरी, चल अचल संपत्ति का बेईमानी से दुरुपयोग, धोखाधड़ी, जानबूझकर नकली दस्तावेज बनाना, जालसाजी, किसी दस्तावेज़ या इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड को असली के रूप में उपयोग करने, आपराधिक अतिचार करना, धमकाने आदि धाराओं में रिपोर्ट दर्जकर कार्रवाई की जा रही है।