डीटीओ घोटाले में हिंदुस्तान टाइम्स और आज तक चैनल के पत्रकारों पर भी शक की उंगली
बठिंडा में डीटीओ बीएम सिंह के जाली आरसी बनाने के केस में पर्तें खुलने लगी हैं। लेकिन शर्म की बात तो ये है कि इस बड़े घपले में बठिंडा के कुछ पत्रकारों के नाम भी शामिल हैं। इस घपले में शामिल पत्रकारों में हिंदुस्तान टाइम्स और आज तक चैनल के पत्रकारों के अलावा और भी कई छोटे मोटे पत्रकार शामिल हैं। लेकिन पुलिस उन पत्रकारों को बचाने में लगी हुई है क्योंकि वे पत्रकार पुलिस के आईजी के मुखबिर भी हैं और आईजी के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन भी करते हैं। इसके चलते आईजी कभी नहीं चाहेंगे कि उनके मुखबरों का भी पर्दाफॉश हो।
हिंदुस्तान टाइम्स के संदिग्ध पत्रकार की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी भी हैं ओर उनको द ट्रिब्यून ने संदिग्ध चरित्र कारण निकाला था। रविवार को जब डीटीओ को गिरफतार किया गया तो कुछ पत्रकारों में हडकंप मच गया। क्योंकि कुछ पत्रकार इधर उधर फोन घुमाते देखे गए। क्योंकि इन पत्रकारों के बारे में शहर के सभी पत्रकारों के बारे में पता है। पत्रकारों को लगा कि जब पुलिस डीटीओ को पकड़ सकती है तो पत्रकारों को क्यों नहीं। क्योंकि कुछ पत्रकार भी इस मामले में डीटीओ के साथ शामिल थे। अब देखना ये है कि बठिंडा पुलिस इन पत्रकारों पर कोई एक्शन लेगी या नहीं ? हैरानी की बात तो ये है कि शक के घेरे में आए ये पत्रकार अपने आप को इस मामले से दूर दिखाने के लिए डीटीओ के खिलाफ जहर उगल रहे हैं। लेकिन ये पब्लिक है ये सब जानती है।