बरखा दत्त का दावा-गांधी परिवार के लिए एनडीटीवी पूरी वफादारी, राडिया केस में प्रणय रॉय का हाथ!

एनडीटीवी छोड़ चुकीं पत्रकार बरखा दत्त इन दिनों अपने पुराने चैनल की करतूतों के बारे में रोज नए-नए खुलासे कर रही हैं। उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखकर एनडीटीवी और उसके मालिक प्रणय रॉय की करतूतों का कच्चा चिट्ठा खोला है। अपनी ताजा पोस्ट में उन्होंने कुछ बेहद चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। बरखा दत्त ने बताया है कि कैसे राडिया टेप कांड में उनके साथ-साथ खुद कंपनी के मालिक प्रणय रॉय शामिल थे, लेकिन उन्होंने बड़ी सफाई से खुद को बचा लिया। साथ ही वो वाकये बताए हैं, जब-जब एनडीटीवी ने सोनिया और राहुल गांधी के खिलाफ खबरों को दबाने की कोशिश की है। करीब एक हफ्ता पहले भी बरखा दत्त ने फेसबुक पर ही एक पोस्ट लिखकर बताया था कि कैसे एनडीटीवी में अपने ही पत्रकारों की खबरों पर सेंसरशिप की जाती रही है।

बरखा दत्त ने दावा किया है कि “जब उनकी और नीरा राडिया के बीच फोन पर बातचीत के टेप सामने आए थे तो सोशल मीडिया में मुझे लेकर तरह-तरह की बातें कही गईं यहां तक कि मेनस्ट्रीम मीडिया पर भी मेरे खिलाफ काफी कुछ लिखा गया। इस दौरान एनडीटीवी ने मेरी कोई मदद नहीं की।” उन्होंने बताया है कि “नीरा राडिया ने बातचीत में एनडीटीवी की आर्थिक मदद की बात कही थी और इसके बाद उन्हें रिलायंस से 400 करोड़ का लोन भी मिल गया था। लेकिन हैरानी इस बात की थी कि उस लोन का जिक्र कम और मुझसे हुई बातचीत का जिक्र हर कहीं था।” बरखा दत्त ने इन आरोपों को सरासर गलत बताया है कि रिलायंस से वो लोन उन्होंने दिलाया था। बरखा दत्त ने सवाल पूछा है कि राडिया से बातचीत करके अगर मैंने गलत किया तो प्रणय रॉय का गुनाह तो उससे कहीं बड़ा था। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 9 जुलाई 2009 को लीक हुई बातचीत में नीरा राडिया और पत्रकार एमके वेणु की बातचीत सामने आई थी। जिसमें वो एनडीटीवी की मदद की बात कर रहे हैं। ये एमके वेणु अब ‘द वायर’ वेबसाइट के साथ हैं और इन्हीं की देखरेख में हाल ही में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय के खिलाफ फर्जी खबर छापी गई थी।

2016 के दिसंबर में बरखा दत्त का ट्विटर अकाउंट हैक हुआ था, तब हैकिंग करने वाले Legion ग्रुप ने दावा किया था कि वो उनके कुछ पर्सनल ईमेल और दूसरी जानकारियां जल्द ही सार्वजनिक करेगा। लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ। बरखा दत्त ने अपनी ताजा फेसबुक पोस्ट में इस ओर इशारा किया है कि हो सकता है कि उनके अकाउंट की हैकिंग एनडीटीवी ने ही करवाई हो। हालांकि उन्होंने इस बारे में साफ तौर पर कुछ लिखा नहीं है। यहां हम आपको बता दें कि बरखा दत्त के फौरन बाद रवीश कुमार का भी अकाउंट हैक हुआ था। मतलब यह भी समझा जा सकता है कि एनडीटीवी का मैनेजमेंट अपने ही पत्रकारों के पर्सनल ईमेल और ट्विटर अकाउंट पर नज़र रखता है।

बरखा दत्त ने बताया है कि एनडीटीवी ने नेशनल हेराल्ड घोटाले में सोनिया और राहुल गांधी के खिलाफ खबर को दिखाने से मना कर दिया था। सुब्रह्मण्यम स्वामी के दायर किए इस मुकदमे में सोनिया और राहुल समेत कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं पर व्यक्तिगत भ्रष्टाचार के आरोप हैं और ये सभी कोर्ट से जमानत पर छूटे हुए हैं। बरखा दत्त ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि “इस खबर को छापने को लेकर कोई मानहानि के मुकदमे का भी खतरा भी नहीं था। सवाल है कि एनडीटीवी ने आखिर किसको बचाने के लिए ये रिपोर्ट दबाई थी।

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