दर्शन हीरानंदानी ने मुझे मेकअप का सामान गिफ्ट किया था, महुआ ने कबूली संसदीय पासवर्ड देने की बात

एक इंटरव्यू में उन्होंने हीरानंदानी से रिश्वत लेने के आरोपों से इनकार किया और मांग करते हुए कहा कि उन्हें दर्शन हीरानंदानी से जिरह करने का मौका दिया जाए। महुआ की टिप्पणी उन आरोपों के बीच आई है कि उन्हें संसद में सवाल पूछने के बदले हीरानंदानी से गिफ्ट मिले थे। संसद की आचार समिति ने उन्हें 31 अक्टूबर को अपना बचाव पेश करने के लिए बुलाया है, लेकिन महुआ मोइत्रा ने अपने निर्वाचन क्षेत्र कृष्णानगर में "पूर्व-निर्धारित कार्यक्रमों" का हवाला देते हुए और अधिक समय का अनुरोध किया है

दर्शन हीरानंदानी ने मुझे मेकअप का सामान गिफ्ट किया था, महुआ ने कबूली संसदीय पासवर्ड देने की बातपैसों के बदले सवाल’ के मामले में तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा ने शुक्रवार को बड़ा खुलासा किया। महुआ ने कबूल किया कि उन्होंने हीरानंदानी ग्रुप के सीईओ दर्शन हीरानंदानी को अपने लोकसभा अकाउंट का लॉगिन क्रेडेंशियल दिया था। इसके अलावा, महुआ मोइत्रा ने कहा कि उन्हें दर्शन हीरानंदानी से गिफ्ट के रूप में केवल “एक स्कार्फ, कुछ लिपस्टिक और आईशैडो सहित अन्य मेकअप सामान” मिला था। महुआ ने स्वीकार किया कि उन्होंने सवालों को पोस्ट करने के लिए अपने लोकसभा अकाउंट का लॉगिन आईडी और पासवर्ड दर्शन हीरानंदानी को दिया था। लेकिन साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वे सवाल उनके (महुआ मोइत्रा) थे।

दो नंवबर को पेश हों महुआ- समिति

इसके बाद आचार समिति ने महुआ मोइत्रा को लोकसभा की आचार समिति ने तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को ‘धन लेकर प्रश्न पूछने’ के मामले में दो नवंबर को पेश होने को कहा है। लोकसभा की आचार समिति ने महुआ मोइत्रा से कहा कि वह दो नंवबर के बाद पेश होने के वास्ते तारीख बढ़ाने के उनके किसी भी अनुरोध को स्वीकार नहीं करेगी। इससे एक दिन पहले समिति के अधिकांश सदस्यों ने कहा है कि मोइत्रा के खिलाफ आरोप गंभीर प्रकृति के हैं और संसदीय विशेषाधिकार के उल्लंघन के समान हैं। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और दिल्ली स्थित वकील जय अनंत देहाद्राई पहले ही अपने बयान दर्ज करा चुके हैं और तृणमूल सांसद के खिलाफ सबूत पेश कर चुके हैं।

मोइत्रा ने हीरानंदानी के साथ लॉगिन क्रेडेंशियल साझा करने का बचाव किया। महुआ ने बातचीत में कहा, “दर्शन हीरानंदानी के ऑफिस के किसी शख्स ने इन सवालों को टाइप किया था जो मैंने लोकसभा की वेबसाइट पर दिया था। इन सवालों को पूछने के बाद वे मुझे सूचित करते थे और मैं इन सवालों को एक बार में पढ़ लेती थी क्योंकि मैं हमेशा अपने निर्वाचन क्षेत्र में व्यस्त रहती हूं। इन सवालों को टाइप करने के बाद मेरे मोबाइल पर एक ओटीपी आता था। मैं यह ओटीपी उन्हें देती थी, इसके बाद ही सवाल सबमिट होता था। इसलिए यह कहना कि दर्शन मेरी आईडी से लॉगिन करता था और खुद से सवाल टाइप करता था, ये हास्यास्पद है।” मोइत्रा ने दावा किया कि सरकारी और संसदीय वेबसाइटों को संचालित करने वाले एनआईसी के पास इसके खिलाफ कोई नियम नहीं है।

मोइत्रा ने शुक्रवार को देहाद्राई की आलोचना करते हुए कहा कि वह उस राष्ट्रीय महत्व के लायक नहीं हैं जो उन्हें मिल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके खिलाफ देहाद्राई की शिकायत उस तीखी कस्टडी फाइट से प्रेरित थी जो दोनों अपने पालतू कुत्ते हेनरी को लेकर लड़ रहे थे।

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