फर्जी मान्यताओं के पत्रकारों को मिली राहत , अशोक नवरत्न ने खबर लिखने पर चेताया
मान्यता समिति के नामित सदस्य अशोक नवरत्न ने व्हाट्सएप मैसेज करके चेतावनी देते हुए बताया कि जितना भी लिख लो लेकिन होगा कुछ नहीं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव एवं सूचना निदेशक को प्रमाणिक साक्ष्यों के साथ पत्र प्रेषित कर राह चलते व्यक्तियों द्वारा धनबल और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर प्राप्त की गई पत्रकार मान्यताओं के संबंध में खुलासा किया गया था और आगे भी किया जाता रहेगा।
दिनांक 05.05.2023 को आर एन आई की वेबसाइट से प्राप्त जानकारी के अनुसार नावेद शिकोह, श्री अशोक नवरत्न एवं सैययद आसिफ जाफरी द्वारा अपने स्वामित्व में संचालित किए जा रहे समाचार पत्र पत्रिकाओं के खुलासे के संबंध में पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने के उपरांत मान्यता समिति के नामित सदस्य अशोक नवरत्न ने व्हाट्सएप मैसेज करके चेतावनी देते हुए बताया कि जितना भी लिख लो लेकिन होगा कुछ नहीं।
मान्यता समिति के सदस्य के शब्दों से साफ तौर पर यह बात स्पष्ट हो रही है कि पत्रकार मान्यता लेने वाले राह चलते व्यक्तियों की बल्ले बल्ले है और सरकारी आवासों में अनाधिकृत रूप से उनके द्वारा जो कब्जा जमाए गया है उससे खाटी पत्रकार वंचित रहते हुए बस ताकते रहें। आखिर क्या वजह है जिसके चलते सूचना निदेशक द्वारा प्रमाणिक साक्ष्यों को उपलब्ध कराने के उपरांत भी कार्यवाही नहीं की जा रही है। ऐसे में अनाधिकृत रूप से सरकारी आवास में स्थापित *शारिब जाफरी, आसिफ जाफरी, नावेद शिकोह, अज़ीज़ सिद्दिक्वि, आरिफ मुकीम,नज़्म हसन, अब्दुल वहीद,के साथ नवरत्न ने संगठित गुट बना कर शिकायतकर्ता के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है और किसी अनजान मोबाइल नंबर से धमकाने का सिलसिला भी शुरू हुआ है। ऐसा प्रतीत होता है कि संभवत शिकायतकर्ता के साथ कोई गम्भीर घटना को अंजाम दिया जा सकता है या किसी झूठे मुकदमे में फसाया के साथ मेरी हत्या भी की जा सकतीं है जिसके लिए ऊपर नामित व्यक्ति ही पुरे ज़िम्मेदार होंगे।