इंस्पेक्टर दुर्गेश मिश्रा की रसिक मिज़ाजी से भी बजबजा रहा उत्तर प्रदेश पुलिस महकमा

इनके रसिक मिजाजी का यह पहला किस्सा नही है। खबर है कि 5 साल पूर्व जब यह बुलंदशहर में प्रभारी के रूप में पदस्थ थे। तब वहां अपनी रंगीन मिजाजी के स्वभाव वश थाने पर तैनात महिला कांस्टेबल के व्हाट्सएप्प पर अश्लील चैट करने लगे। यह आये दिन उसे अपने कमरे पर चलने का दवाब बनाते। जब महिला कांस्टेबल इनकी हरकतों से आजिज आ गयी तो उसने सारा चैट वायरल करने के साथ कप्तान से शिकायत कर दी थी।

रंगबाज जहां अपराधियों के पीछे पड़ा रहता है। उनके लिए खौफ बन जाता है। वहीं रंगीन दरोगा अपनी महिला सहकर्मी के पीछे पड़ जाता है। उनको पाने की ख़ातिर जुगत लगाता है। सहकर्मी अगर शांत सज्जन मिजाज की हुई तो येनकेन उपाय लगाकर दूसरे जगह खिसक जाती है। या डर लोभ के कारण समर्पण पर उतर आती है। अगर जुझारू लड़ाकू हुई तो एक लिमिट के बर्दाश्त के बाद दरोगा जी की रसिक मिजाजी अधिकारियों के टेबल पर ले जाती है।

ऐसे ही मामले में इस बड़े दरोगा जी यानी इंस्पेक्टर दुर्गेश मिश्रा की रसिक मिज़ाजी की दुर्गंध आगरा में फैल गयी है। इनपर महिला दरोगा ने आरोप लगाते हुए कहा है कि यह ऑफिस में बैठाकर अश्लील हरकत करते हैं। जबरन ‘किस’ करने की कोशिश करते हैं। और अपने कमरे में सोने को बुलाते हैं। जब महिला दरोगा ने थाने के बाहर कमरा लेने की कोशिश की तो उसे धमकाने लगे की तुम्हारे खिलाफ रिपोर्ट दे दूंगा। महिला दरोगा की शादी लगी तो दुर्गेश मिश्रा कहे कि शादी से मना कर दो हम तुमसे शादी करेंगे। बहरहाल कमिश्नर ने इन्हें निलंबित कर दिया है।

इनके रसिक मिजाजी का यह पहला किस्सा नही है। खबर है कि 5 साल पूर्व जब यह बुलंदशहर में प्रभारी के रूप में पदस्थ थे। तब वहां अपनी रंगीन मिजाजी के स्वभाव वश थाने पर तैनात महिला कांस्टेबल के व्हाट्सएप्प पर अश्लील चैट करने लगे। यह आये दिन उसे अपने कमरे पर चलने का दवाब बनाते। जब महिला कांस्टेबल इनकी हरकतों से आजिज आ गयी तो उसने सारा चैट वायरल करने के साथ कप्तान से शिकायत कर दी थी।

ऐसा नहीं है कि इंस्पेक्टर दुर्गेश मिश्रा सिर्फ रसिक मिजाज ही रहे हैं . बताते चलें कि दुर्गेश मिश्र की गिनती वाराणसी के तेज तर्रार और होनहार प्रभारी निरीक्षक में भी किया जाता है। वाराणसी में दुर्गेश मिश्रा ने बतौर प्रभारी निरीक्षक मिर्जामुराद, फूलपुर, चोलापुर, कैंट, क्राइम ब्रांच व जी20 आदि थानों पर 4 साल तक सफल सेवाएं दिया। इन्होंने अपने कार्यकाल में थाना क्षेत्र के बदमाशों पर खूब नकेल कसने में कामयाबी हासिल किया। वहीं उन्होंने अपने सक्रियता से थाना क्षेत्र के आम जनमानस में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ाया है। जनता हमेशा इनके उत्कृष्ट कार्यों की प्रसंशा करती रही। यह संयोग की बात है कि 4 साल पूर्व प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश मिश्र ने 19 दिसंबर को वाराणसी में चार्जभार संभाला और 19 दिसंबर को ये जनपद को अलविदा कह दिया ।

यह रसिक मिजाज इंस्पेक्टर बनारस के थानों पर भी पदस्थ रह चुका है। अभी कल ही रसिक मिजाज सीओ को जो महिला सिपाही के साथ होटल में शाम रंगीन करते पकड़ा गया था। सीओ से पुनः सिपाही बना दिया गया है। मगर रसिक मिजाज हैं कि सुधरने का नाम ही नहीं लेते जब तक कि उनकी खबरें मीडिया की सुर्खी न बन जाय।

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