संजय शर्मा और उमेश कुमार जी अखबार की लांचिंग के लिए राजनीतिक व्यक्ति ही क्यों?
लखनऊ शहर को जल्द ही एक नए अखबार की सौगात मिलने वाली है। वीक एंड टाइम्स के मुखिया संजय शर्मा और समाचार प्लस के मालिक उमेश कुमार के संयुक्त एजेंडे में लखनऊ शहर को द मिड डे एक्टिविस्ट सांध्य दैनिक संभवत: 27 तारीख की शाम से मिलनी शुरू हो जाएगी। गत्ï दिनों मेधावियों को सम्मानित करने को लेकर अमर उजाला ने एक कार्यक्रम रखा था जिसने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मेधावियों को सम्मान स्वरूप लैपटॉप बांटे थे लेकिन उसी प्रोग्राम में अखिलेश यादव ने मीडिया को लेकर बहुत ही असभ्य टिप्पणी की थी। उन्होंने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा था कि अगर आईएएस, आईपीएस या किसी बड़े पद तक पहुंचना है तो मन लगाकर पढ़ाई करो या नकल करके डिग्री हासिल करोगे तो सिर्फ पत्रकार बन सकते हो। एक तरफ दिल्ली से लेकर लखनऊ के पत्रकारों ने इसका खासा विरोध किया वहीं संजय शर्मा और उमेश कुमार के संयुक्त एजेंडे में आने वाले अखबार द मिड डे एक्टिविस्ट का लोकार्पण स्वयं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव करेंगे। पता नहीं मीडिया अखिलेश यादव की मजबूरी है या मीडिया की चाटुकारिता जो भी है यह इस समाज के लिए बहुत बड़ा खतरा है। वैसे भी सरकार मीडिया का दुरुपयोग आए दिन करती रहती है। लेकिन मीडिया को लेकर जिस तरह के बयान अखिलेश यादव ने दिए हैं कम से कम उसको देखते हुए तो मीडिया के लोगों को मुख्यमंत्री को इस तरह के कार्यक्रमों से दूर रखना चाहिए। ऐसा न करना ही पूरी मीडिया जगत पर दलाली का लांछन लगाता है। संजय शर्मा जी को एक नेक राय है कि अखबार का नाम जितना अच्छा रखा है काम भी अगर उतना ही अच्छा करें तो बहुत अच्छा रहेगा। बावजूद इसके भड़ास फॉर जर्नलिस्ट मिड डे एक्टिविस्ट के लिए संजय शर्मा और उमेश कुमार दोनों को बधाई देता है और यह उम्मीद भी करता है कि जैसा नाम है वैसा ही काम भी इस अखबार में देखने को मिलेगा।
हर्षबर्धन शर्मा के फेसबुक वॉल से सभार